2 अप्रैल, 2019 को गुरुग्राम के सिकंदरपुर से कुछ ही दूर स्थित पहाड़ी इलाके में एक बच्चे के शव के कुछ टुकड़े मिले। स्थानीय लोग बच्चे के शव के टुकड़ों को देखकर हैरान रह गए। लोगों ने तुरंत इस बात की सूचना स्थानीय पुलिस को दी और सूचना मिलते ही पुलिस दल-बल के साथ उस जगह पर पहुंच गई। पुलिस ने जब इस शव की हालत देखी तो उसके भी होश फाख्ता हो गए। दरअसल शव के कई टुकड़े किए गए थे, उसका सिर कहीं, धड़ कहीं और शरीर के कई दूसरे अंग इधर-उधर फेंक दिए गए थे। शुरुआती जांच में पुलिस को आशंका हुई कि यह काम किसी जंगली जानवर ने किया है। लिहाजा पुलिस ने शव के टुकड़ों को इकठ्ठा कर अस्पताल में भेज दिया।
लेकिन जल्दी ही यह मामला पूरी तरह से बदल गया। दरअसल सिकंदरपुर इलाके की झुग्गियों में रहने वाले एक परिवार ने पुलिस को अपने छह साल के बेटे का गायब होने की सूचना दी। बच्चे के परिजनों ने आशंका जताया कि उनके बेटे का एक पड़ोस में ही रहने वाले 12 साल के नाबालिग लड़के से झगड़ा हुआ था और उनके बेटे के गायब होने के पीछे उसका हाथ हो सकता है। इसके बाद पुलिस डॉग स्क्वायड की टीम को लेकर उस जगह पर पहुंची जहां बच्चे की लाश के टुकड़े मिले थे। जरुरी सबूत जुटाने के बाद पुलिस जब आरोपी 12 साल के बच्चे के घर के पास पहुंची तो कुत्ते बार-बार उसके घर की तरफ जाने लगे। यह बात पुलिस को बड़ी अजीब लगी और पुलिस ने शक के आधार पर इस नाबालिग लड़के को पकड़ा। इस लड़के ने पुलिस की पूछताछ में भयानक कहानी बयां की।
इस नाबालिग ने बताया कि बीते 1 अप्रैल, 2019 को वो कुछ बच्चों के साथ पहाड़ी इलाके में खेल रहा था। खेल-खेल में उसका 6 साल के उसके साथी से झगड़ा हो गया। झगड़ा होने के बाद वो अपने साथी को लेकर एक सुनसान जगह पर गया। यहां उसने 6 साल के मासूम के सिर पर पत्थर मार कर उसकी जान ले ली। लेकिन हत्या करने के बाद भी इस नाबालिग का जी नहीं भरा। उसने अपने साथी को बोटी-बोटी काट डाला और इन टुकड़ों को इधर-उधर फेंक कर वो अपने घर चला आया। बच्चे की बात सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई। बता दें कि इस मामले में आरोपी बच्चा अभी नाबालिग है इसलिए उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया। (और…CRIME NEWS)
