योग गुरु बाबा रामदेव नेपाल में पतंजलि आयुर्वेद समूह के दो टेलीविजन चैनलों की शुरुआत करने तथा अन्य व्यापारिक परियोजनाओं की समीक्षा करने के लिए बृहस्पतिवार को काठमांडू पहुंचे। पतंजलि योगपीठ, नेपाल के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। रामदेव नेपाल के तीन दिवसीय दौरे पर आए हैं और उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण भी उनके साथ हैं। बाबा रामदेव शुक्रवार को आस्था नेपाल टीवी और पतंजलि नेपाल टीवी की शुरुआत करेंगे। योग गुरु पतंजलि के कर्मचारियों के लिए बनाए गए आवास पतंजलि सेवा सदन के अलावा स्वदेशी समृद्धि कार्ड का भी उद्घाटन करेंगे।
रामदेव इस दौरान, पतंजलि आयुर्वेद समूह द्वारा विकसित की जा रही एक परियोजना का निरीक्षण करने के लिए पश्चिमी नेपाल के स्यांगजा भी जाएंगे।
आयुर्वेदिक और स्वदेशी प्रोडक्ट से छाया पतंजलि – योग गुरु बाबा रामदेव ने पतंजलि के जरिए देश में आयुर्वेदिक और स्वदेशी प्रोडक्ट के यूज पर जोर दिया। जिससे लोगों में पतंजलि के प्रोडक्ट के प्रति एक झुकाव आया। देखते ही देखते पतंजलि ने FMCG सेक्टर में कई विदेशी ब्रांड को पीछे छोड़ दिया और बाजार में अपने प्रोडक्ट के दम पर एक अलग पहचान बनाई।
साल 2018 में डेयरी प्रोडक्ट्स लॉन्च – साल 2018 में पतंजलि ने पहली बार डेयरी प्रोडक्ट्स को लॉन्च किया था, तभी से सुनील बंसल कंपनी के साथ जुड़े थे। पतंजलि के डेयरी की शुरुआत दूध से हुई थी, इसके बाद रामदेव ने दही, छाछ और पनीर को भी मार्केट में उतारा था। लॉन्चिंग के अगले वित्त वर्ष में पतंजलि ने डेयरी प्रोडक्ट्स की 1,000 करोड़ रुपये की बिक्री का लक्ष्य रखा था। रिपोर्ट के मुताबिक पतंजलि के मुनाफे में डेयरी प्रोडक्ट्स ने अहम भूमिका निभाई है।
2019 में रुचि सोया का किया अधिग्रहण – साल 2018 में पतंजलि के डेयरी प्रोडक्ट लॉन्च हुए तो इस दौरान कंपनी रुचि सोया के भी अधिग्रहण में जुटी हुई थी। पतंजलि ने रुचि सोया का अधिग्रहण साल 2019 में किया था। इस कंपनी को खरीदने के लिए पतंजलि ने 3 हजार करोड़ से ज्यादा का लोन लिया था। इसमें सबसे ज्यादा लोन एसबीआई से लिया गया था।
मुनाफे में पतंजलि – आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2019-20 में पतंजलि आयुर्वेद का नेट प्रॉफिट करीब 22 फीसदी बढ़कर 424.72 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं, वर्ष 2018-19 में पतंजलि आयुर्वेद का कुल प्रॉफिट 349.37 करोड़ रुपये था। 31 मार्च, 2020 को खत्म हुई तिमाही में पतंजलि का ऑपरेशनल रेवेन्यू पिछले साल की तुलना में 5.86 फीसदी बढ़कर 9,022 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। आपको यहां बता दें कि बीते वित्त वर्ष यानी 2020-21 के पतंजलि आयुर्वेद के नतीजे अभी जारी नहीं हुए हैं।