बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में शुमार वोडाफोन को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है। कहा जा रहा है कि Vodafone Idea भारत से अपना कारोबार समेट सकता है। हालांकि वोडाफोन की तरफ से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।

आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार वोडाफोन भारतीय बाजार को किसी भी दिन छोड़ने के लिए तैयार है।” यह बढ़ते परिचालन घाटे और घटते बाजार पूंजीकरण के कारण हो सकता है जो वोडाफोन आइडिया को प्रभावित कर रहा जिसके लिए कंपनी के लिए फंड जुटाने के दिक्कत हो रही है। यही नहीं इसके चलते कंपनी को हर महीने लाखों ग्राहकों का भी नुकसान हो रहा है।

कंपनी की स्टॉक मार्केट में वैल्यू लगातार घटती जा रही है। ऐसा वोडाफोन और आईडिया के मर्जर के बाद होने शुरू हुआ है। जून 2018 के पहले क्वार्टर की तुलना में कंपनी को 2,757.60 करोड़ का घाटा हुआ है। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक जून 2019 के पहले क्वार्टर में 4,067.1 करोड़ का नुकसान हुआ है। वोडाफोन आइडिया पर वित्तीय तनाव और  बढ़ता जा रहा है क्योंकि कंपनी को सुप्रीम कोर्ट  द्वारा दिए गए  एजीआर फैसले के बाद 28,309 करोड़ रुपये का भुगतान करना है। हालांकि कंपनी इस फैसले  को लेकर पुनर्विचार याचिका दायर कर सकती है।

इन सभी अटकलों पर यूके वोडाफोन ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि ऐसे मुश्किल वक्त में  भारत से पैकअप करने की कोई तैयारी नहीं है।कंपनी की तरफ से कहा गया कि वोडाफोन भारतीय मीडिया में चल रही कुछ निराधार और आधारहीन अफवाहों से अवगत हैं। हम स्पष्ट रूप से यह बताना चाहेंगे कि यह सच नहीं है और दुर्भावनापूर्ण है।