बीते 5 सालों में देश से विजय माल्या, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी समेत 38 आर्थिक अपराधी देश छोड़कर भागे हैं। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने संसद में यह जानकारी दी है। एक सवाल के जवाब में अनुराग ठाकुर ने बताया कि सीबीआई के मुताबिक बैंकों से वित्तीय अनियमितता और धोखाधड़ी करने वाले 38 अपराधी 1 जनवरी, 2015 से 12 दिसंबर, 2019 के दौरान देश से फरार हुए हैं। इनमें से 20 लोगों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए इंटरपोल से मदद मांगी है। सरकार ने 14 लोगों के प्रत्यर्पण के लिए दूसरे देशों से संपर्क किया है। इसके अलावा 11 लोगों के खिलाफ भगोड़ा आर्थिक अपराधी ऐक्ट, 2018 के तहत कार्रवाई शुरू की गई है। हालांकि इन भगोड़ों की ओर से कितनी रकम का फ्रॉड किया गया है, इस बारे में सरकार की ओर से जानकारी नहीं दी गई।

उन्होंने कहा कि सरकार ने धोखाधड़ी से लोन हासिल करने के मामलों पर रोक लगाने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी बैंकों को सलाह दी गई है कि वे 50 करोड़ रुपये से ज्यादा का लोन देते समय कर्जधारक या फिर कंपनी के डायरेक्टर के पासपोर्ट की सर्टिफाइड की मांग करें। इसके अलावा सेबी ने भी ऐसी कंपनियों को कैपिटल मार्केट से फंड रेज करने पर रोक लगा दी है, जिनके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में विलफुल डिफॉल्टर्स शामिल हैं। इसके अलावा इन्सॉल्वेंसी ऐंड बैंकरप्सी कोड, 2016 के जरिए सरकार ने विलफुल डिफॉल्टर्स के इन्सॉल्वेंसी रिजॉलूशन प्रॉसेस में शामिल होने पर रोक लगा दी है।

इसके अलावा सरकारी बैंकों के प्रमुखों को भी अधिकार दिए गए हैं कि वे विलफुल डिफॉल्टर्स के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी कर सकें। बता दें कि पिछले महीने ही ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयीज एसोसिएशन ने एक रिपोर्ट रिलीज की थी, जिसमें बताया गया था कि कुल 2,426 डिफॉल्टरों पर 1.47 लाख करोड़ रुपये की रकम बकाया है। सबसे ज्यादा मेहुल चोकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स पर पंजाब नेशनल बैंक का 4,644 करोड़ रुपये की रकम बकाया है। मेहुल चोकसी की ओर से किया गया यह फ्रॉड 2018 में सामने आया था।

इसके अलावा जतिन मेहता की कंपनी विनसम डायमंड्स ऐंड ज्वैलरी पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के 1,390 करोड़ रुपये बकाया हैं। इसी कंपनी पर पंजाब नेशनल बैंक के 984 करोड़ और कैनरा बैंक के 636 करोड़ रुपये बाकी हैं। वहीं एबीजी शिपयार्ड पर एसबीआई के 1,875 करोड़ रुपये बाकी हैं। रुचि सोया इंडस्ट्रीज पर एसबीआई के 1,618 करोड़ रुपये बकाया हैं। वहीं विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस पर एसबीआई के 586 करोड़ रुपये बाकी हैं।