आपके लिए बीमा चुनना वास्तव में थका देने वाला काम हो सकता है क्योंकि आप ऐसी पॉलिसी चाहते हैं जो आपको अधिक लाभ दे और किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थिति में रिटर्न दे। बीमा पॉलिसी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे कठिन स्थिति में आपको या आपकी संपत्तियों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती हैं। लेकिन कई बार लोगों को यह स्पष्ट नहीं होता कि कौन सी बीमा पॉलिसी चुनें और कौन सी बीमा योजना उन्हें बेहतर कवर प्रदान कर सकती है। जब बीमा पॉलिसी चुनने की बात आती है तो लोग बहुत भ्रमित होते हैं और ऐसा मुख्य रूप से दो बीमा पॉलिसियों- टर्म इंश्योरेंस और जीवन बीमा (लाइफ इंश्योरेंस) के साथ होता है।

लाइफ इंश्योरेंस एक ऐसी पॉलिसी है जो पॉलिसीधारक के जीवन तक केवल एक शर्त पर वैध होती है कि आप समय पर प्रीमियम का भुगतान करते रहें। पॉलिसी में एक नकद मूल्य राशि होती है जिसे एक बचत खाते के रूप में देखा जा सकता है जो न केवल पैसा रखता है बल्कि उसे पूरे अवधि में बढ़ाता भी है। यह पॉलिसी पॉलिसीधारक के साथ-साथ उनके परिवार को भी कवर देती है।

दूसरी ओर टर्म इंश्योरेंस एक बहुत अधिक स्पेसिफाइड पॉलिसी है, जो एक विशिष्ट अवधि के लिए होती है और इसका एक निश्चित मूल्य होता है। ये एक सुनिश्चित न्यूनतम राशि के साथ आते हैं जिसे कंपनी आपको भुगतान करती है, भले ही उस अवधि के दौरान कोई दावा या कवरेज जारी न किया गया हो। यह अधिक किफायती योजना बन जाती है क्योंकि यह सस्ते प्रीमियम के साथ एक विशिष्ट अवधि के लिए है जो आपको कवर करने में मदद करती है।

टर्म इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस दो ऐसी पॉलिसियां हैं जो कई बार एक जैसी और समान दिखती हैं लेकिन जब बारीकी से देखा जाता है तो इन पॉलिसियों में कई महत्वपूर्ण अंतर होते हैं।

पॉलिसीधारक की मृत्यु के मामले में लाभ

टर्म इंश्योरेंस आपको केवल एक विशिष्ट अवधि के लिए सेवा प्रदान करती है। मृत्यु के बाद लाभ केवल तभी प्राप्त किया जा सकता है यदि पॉलिसीधारक की पॉलिसी की अवधि के भीतर मृत्यु हो जाती है। वहीं दूसरी ओर लाइफ इंश्योरेंस न केवल पॉलिसीधारक की मृत्यु के समय लाभ प्रदान करेगा बल्कि बीमा कराने वाले व्यक्ति को मैच्योरिटी लाभ भी देगा।

बीमा प्रीमियम की लागत

दोनों बीमा पॉलिसियों का प्रीमियम काफी अलग है। टर्म इंश्योरेंस तुलनात्मक रूप से सस्ते होते हैं जबकि लाइफ इंश्योरेंस के लिए प्रीमियम आम तौर पर अधिक होते हैं।

पॉलिसी का सरेंडर

यदि आप किसी पॉलिसी को सरेंडर करना चाहते हैं, तो लाइफ इंश्योरेंस की तुलना में टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ किसी भी समय ऐसा करना बहुत आसान और सरल है। टर्म इंश्योरेंस के साथ आपको बस प्रीमियम का भुगतान बंद करना होगा और पॉलिसी समाप्त हो जाएगी। जबकि लाइफ इंश्योरेंस में मैच्योरिटी लाभ तभी दिया जाता है जब सभी प्रीमियम का भुगतान समय पर किया जाता है। पॉलिसी सरेंडर करने की स्थिति में पॉलिसीधारक को लागू कटौती के बाद ही भुगतान किया गया प्रीमियम मिलेगा।