रियल एस्टेट डेवलपर सुपरटेक लिमिटेड के खिलाफ दिवालिया कार्यवाही शुरू होने के बाद हजारों घर खरीदारों का भविष्य दांव पर लगा है। इनके लिए घर खरीदने का सपना लंबा खींच सकता है। डेवलपर की कई निर्माणाधीन परियोजनाएं पहले से ही कई वर्षों की देरी से चल रही हैं। जिस कारण अगर आपने भी घर खरीदा है या ईएमआई भर रहे हैं तो आपके लिए यह बड़ी परेशानी हो सकती है। यहां जानकारी दी गई है कि ऐसी स्थिति में बायर्स को क्या करने की जरूरत है।
दिवालिया होने की स्थिति में क्या कहता है नियम
नियम के अनुसार, यदि कंपनी दिवालिया घोषित होती है तो बकाया का भुगतान करने और निर्माणाधीन परियोजनाओं को पूरा करने और घर खरीदारों को इकाइयों को वितरित करने का दायित्व नई कंपनी में स्थानांतरित हो जाता है।
वहीं अगर जब न तो कंपनी को फिर से शुरू किया जा सकता है और न ही कोई बोली लगाने वाला है, तो चूक करने वाली कंपनी परिसमापन के लिए जाती है। इसका मतलब है कि संपत्ति बेची जाती है और इसकी कार्यवाही लेनदारों, शेयरधारकों और अन्य दावेदारों और हितधारकों के बीच वितरित की जाती है।
IBC लागू होने के बाद से कंपनियों के खिलाफ शुरू की गई सभी दिवाला कार्यवाही में से, कई कंपनियों को पुनर्जीवित करने के साथ-साथ परिसमापन भी किया गया है। “सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कुल 4,946 कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रियाएं दिसंबर, 2021 के अंत तक शुरू हो चुकी हैं। इसमें से, बंद किए गए मामलों की कुल संख्या 3,247 है।
होम बायर्स को क्या करना चाहिए?
सुपरटेक डेवलपर की कई परियोजनाएं अब कॉर्पोरेट दिवालिया सामाधान प्रक्रिया के अंतर्गत है। ऐसी स्थिति में अगर आपने घर बुक कराया है या फिर किसी तरह से इसमें आपकी हिस्सेदारी है तो आपको अपने कार्यों के बारे में जानना चाहिए।
- ऐसी स्थिति में आपको पूरे घटनाक्रम पर नजर रखनी चाहिए।
- सबसे पहले, घर खरीदारों को अंतरिम समाधान पेशेवर के पास अपना दावा दायर करना चाहिए। साथ ही लेनदारों की समिति में भाग लेना चाहिए।
- दावा इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल द्वारा घोषित समय सीमा के भीतर किया जाना चाहिए।
- होमबायर्स को सामूहिक रूप से कोई कदम उठाना चाहिए, ताकि आपको घर मिल सके या निवेशित किया गया पैसा वापस मिल जाए।
- वहीं आपको अपने घर की ईएमआई बंद नहीं करनी चाहिए, नहीं तो यह एक और समस्या पैदा हो सकती है और आपके घर मिलने के सपने में बांधा आ सकती है।
कैसे करना चाहिए क्लेम
एक्सपर्ट के अनुसार, जब बिल्डर दिवाला हो जाए तो ऐसी स्थिति में पैसा या घर पाने के लिए आपको दावा करना चाहिए। दावा insolvency professional के साथ ही करना चाहिए। हालाकि यह दावा आपको तय की गई समय सीमा के भीतर ही करना चाहिए।