Sukanya Samriddhi Yojna, PPF interest rate: कर्मचारियों की जमा पूंजी कहे जाने वाले प्रोविडेंट फंड की ब्याज दर में कटौती के बाद अन्य बचत और निवेश योजनाओं के इंटरेस्ट रेट में कमी की जा सकती है। सरकारी सूत्रों के हवाले से एक टीवी चैनल ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि सरकार सुकन्या समृद्धि योजना, पब्लिक प्रोविडेंट फंड, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट, सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम जैसी योजनाओं की ब्याज में कमी कर सकती है।
एक सरकारी सूत्र ने रेपो रेट और बचत योजनाओं के ब्याज में बड़े अंतर का हवाला देते हुए कहा कि सेविंग्स स्कीम की ब्याज में कुछ कटौती की जरूरत है। हालांकि अब तक सरकार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
दरअसल रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट्स की कमी किए जाने की संभावना है। मांग में कमी को देखते हुए केंद्रीय बैंक ऐसा फैसला ले सकता है। हालांकि इसका असर बचत योजनाओं पर देखने को मिलेगा। एक तरफ बैंकों की ओर से होम लोन आदि की ब्याज में कटौती की जा सकती है तो दूसरी तरफ बचत और निवेश योजनाओं के ब्याज में भी कमी होगी।
बता दें कि चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोहराम मचाने वाले कोरोना वायरस के असर से निपटने के लिए अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेड रिजर्व ने तीन मार्च को 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती का ऐलान किया था। इसके बाद अब भारतीय रिजर्व बैंक से भी उम्मीद की जा रही है कि अगली मौद्रिक समीक्षा नीति में उसकी ओर से ब्याज में कटौती की जा सकती है।
अब PF पर मिल रहा है सिर्फ 8.5 पर्सेंट ब्याज: गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ही ईपीएफओ ने प्रोविडेंट फंड पर मिलने वाले ब्याज में 15 बेसिस पॉइंट्स की कटौती का फैसला लिया था। अब पीएफ पर 8.5 फीसदी सालाना का ही ब्याज मिलेगा, जो पहले 9.65 फीसदी था।