Zscaler’s Jay Chaudhary: कभी टाटा ग्रुप की मदद से पहली बार हवाई जहाज में बैठने वाले जय चौधरी आज दुनिया के सबसे अमीर भारतीयों की लिस्ट में हैं। घर में बिना बिजली के पढ़ाई करने को मजबूर भारतीय मूल के जय चौधरी आज अमेरिका और दुनिया में टेक कंपनियों के जरिए धनकुबेर बनने वाले लोगों में से एक हैं। इंटरनेट सिक्योरिटी, एंटी वायरस का बिजनेस करने वाली कंपनी जीस्केलर के जरिए धनकुबेरों में शामिल हुए चौधरी की कहानी रंक के राजा बनने जैसी है। पिछले साल बिजनस इनसाइडर के इंडेक्स में उन्हें दुनिया भर के सबसे अमीर भारतीय मूल के लोगों में शामिल किया गया था। फिलहाल जय चौधरी 330 करोड़ अमेरिकी डॉलर की संपदा के मालिक हैं।

पंजाब और हिमाचल की सीमा पर बसे एक पहाड़ी गांव में जन्मे जय चौधरी का बचपन मुश्किलों में बीता था। खेती करने वाले परिवार में जन्मे जय चौधरी बताते हैं, ‘हमारे गांव में बिजली तब आई, जब मैंने 8वीं पास की थी। इसके बाद पानी की सुविधा तब हुई, जब मैं 10वीं की पढ़ाई कर रहा था। यही नहीं कार में मैं पहली बार तब बैठा था, जब 12वीं पास की थी।’ दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने पहली बार हवाई यात्रा तब की थी, जब मास्टर्स की डिग्री के लिए वह अमेरिका गए थे। वह पहली हवाई उड़ान उनके करियर की उड़ान के लिए भी अहम साबित हुई।

आईआईटी के बारे में नहीं जानते थे: चौधरी बताते हैं कि वह पढ़ाई में अच्छे थे और यह देखते हुए उनके टीचर्स ने उनमें दिलचस्पी दिखाई। हिमाचल यूनिवर्सिटी में गोल्ड मेडलिस्ट रहे जय चौधरी उसके बाद पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़ाई का सपना संजो रहे थे, लेकिन एक टीचर ने कहा कि विश्वविद्यालयों के टॉप छात्रों को आईआईटी ले लेता है। इसलिए तुम उसके लिए ट्राई करो। चौधरी बताते हैं कि उस दौर में तो मुझे आईआईटी के बारे में जानकारी भी नहीं थी।

अमेरिका में की स्कॉलरशिप से पढ़ाई: उन्होंने कहा कि टीचर्स के कहने पर मैंने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के लिए आवेदन किया है और आईआईटी-बीएचयू में एडमिशन हो गया। इसके बाद उन्होंने अमेरिका से मास्टर्स की डिग्री के लिए अप्लाई कर दिया। अमेरिका में उन्हें एडमिशन मिला और ओहियो स्थित सिनसिनाटी यूनिवर्सिटी ने उन्हें स्कॉरशिप भी दी। वह बताते हैं कि टाटा का उस वक्त फंडिंग प्रोग्राम चल रहा था और उसके जरिए ही उन्होंने हवाई यात्रा का टिकट लिया था। जय चौधरी कहते हैं कि इस स्तर तक उनका पहुंचना भाग्य की बात है और कई बार एक साथ कई अच्छी चीजें हो जाती हैं।