सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनटीपीसी का इरादा अपनी इकाई एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड को शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराने का है। इससे कंपनी 2032 तक 60 गीगावॉट की अक्षय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के लिए फंड जुटा पाएगी।

क्या कहा कंपनी के चेयरमैन ने: एनटीपीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह ने कहा, ‘‘हमें धन जुटाने के सिर्फ एक तरीके पर ध्यान नहीं देना चाहिए। हम जल्द ही सार्वजनिक तौर पर धन जुटाने पर विचार कर रहे हैं।’’ सिंह का इशारा एनटीपीसी के महत्वाकांक्षीय अक्षय ऊर्जा लक्ष्य के लिए धन जुटाने की ओर था। उन्होंने कहा कि कंपनी हर साल 7-8 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा क्षमता जोड़ेगी। यह कोई काफी मुश्किल काम नहीं है।

उन्होंने उम्मीद जताई कि 2032 तक एनटीपीसी 60 गीगावॉट की अक्षय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने के लक्ष्य को पार कर लेगी। कंपनी ने पिछले साल अक्ट्रबर में नवीकरणीय ऊर्जा कारोबार के लिये एक नई पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडरी एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड की शुरुआत की। अब इसी कंपनी को आईपीओ के जरिए ​शेयर बाजार में सूचीबद्ध करना है।

शेयर में उछाल: इस खबर के बीच एनटीपीसी के शेयर भाव में बड़ा उछाल देखने को मिला। कारोबार के अंत में शेयर का भाव 1.25 फीसदी की बढ़त के साथ 117.60 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। वहीं, मार्केट कैपिटल की बात करें तो एक लाख 14 हजार करोड़ रुपये के पार हो गया। शेयर में उछाल का फायदा निवेशकों को मिला है।

क्या है आईपीओ: आमतौर पर आईपीओ लाने का मकसद फंड जुटाना होता है। कोई भी कंपनी जब फंड जुटाने के लिए अपने शेयर को सार्वजनिक तौर पर बेचती है तो उसे आईपीओ कहते हैं। इस शेयर को एक आम निवेशक भी खरीद सकता है। इसके लिए सिर्फ डीमैट अकाउंट जरूरी होता है। आईपीओ आने के कुछ दिनों बाद कंपनी शेयर बाजार में लिस्टेड हो जाती है। आईपीओ के लिए सेबी की मंजूरी जरूरी है।