देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंकों में से एक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने बचत खातों में ब्याज दरों में कटौती करने जा रहा है। एसबीआई की तरफ से रिटेल सेविंग्स अकाउंट पर यह कटौती 1 नवंबर 2019 से प्रभावी होगी। पिछले सप्ताह बैंक की तरफ से जारी बयान में कहा गया था कि सिस्टम में पर्याप्त लिक्विडिटी को ध्यान में रखते हुए 1 लाख रुपये से कम जमा वाले खातों पर ब्याज दर में 25 बेसिस प्वाइंट या 0.25 फीसदी की कटौती की जा रही है।
एसबीआई की तरफ से यह कदम रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से रेपो रेट में कटौती करने की घोषणा के बाद से उठाया जा रहा है। एसबीआई ने 1 नवंबर 2019 से 1 लाख रुपये तक वाले बचत खातों पर ब्याज दर 3.25 फीसदी करने की घोषणा की है। पहले यह ब्याज दर 3.50 फीसदी थी। बैंक ने 1 लाख रुपये से अधिक वाले खातों पर ब्याज की दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
इस साल मई में एसबीआई ने अपनी बड़ी बचत जमाओं को आरबीआई के रेपो रेट से लिंक कर दिया था। एसबीआई ने फिक्ट डिपोजिट की चुनिंदा मैच्योरिटी पर भी ब्याज दरों में कटौती की थी। रिटेल सेगमेंट में चुनिंदा जमाकर्ताओं के लिए एसबीआई की एफडी पर ब्याज दर में 10 बेसिस प्वाइंट यानी 0.10 फीसदी की कटौती की गई थी।
बल्क सेगमेंट में एसबीआई ने एफडी ब्याज दर में 30 बेसिस प्वाइंट्स यानी 0.30 फीसदी की कटौती की थी। एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार 2 करोड़ रुपये तक की रिटेल घरेलू फिक्स डिपोजिट पर एसबीआई वर्तमान में 4.50 से 6.40 फीसदी की दर से ब्याज दे रहा है। इन एफडी की अवधि 7 दिन से लेकर 10 साल तक है। मालूम हो कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लगातार पांचवी बार रेपो रेट में कटौती की थी।
आरबीआई ने अपनी मौद्रिक समीक्षा में रेपो रेट को 0.25 फीसदी कम करते हुए 5.15 करने की घोषणा की थी। आरबीआई इस साल रेपो रेट में अब तक 135 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर चुका है। रेपो रेट वह दर है जिस पर बैंक अपने कर्ज की आवश्यकताओं को पूरी करने के लिए केंद्रीय बैंक से पैसा उधार लेते हैं।