शेयर बाजार सोमवार (29 अगस्त) को फेडरल रिजर्व की प्रमुख जैनेट येलेन के भाषण पर प्रतिक्रिया देंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि इसके अलावा बाजारों की दिशा वृहद आर्थिक आंकड़ों तथा विदेशी निवेशकों के निवेश के रुख से तय होगी। वाहन कंपनियों के मासिक बिक्री आंकड़े गुरुवार (1 सितंबर) से आएंगे। ऐसे में वाहन कंपनियों के शेयर आकर्षण का केंद्र रहेंगे। विशेषज्ञों ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र के लिए खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) आंकड़े भी इसी सप्ताह आने हैं। ये भी बाजार की दिशा को गति देंगे।
ट्रेड स्मार्टलाइन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा, ‘जो अन्य घरेलू कारक इस सप्ताह धारणा को प्रभावित करेंगे उनमें भारत के विनिर्माण क्षेत्र के बारे में मासिक सर्वेक्षण के नतीजे हैं।’ सप्ताह के दौरान डीएलएफ, मायल, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन तथा भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन जैसी बड़ी कंपनियों के नतीजे आने हैं। फेडरल रिजर्व की प्रमुख जैनेट येलेन ने व्योमिंग में केंद्रीय बैंकरों को संबोधित करते हुए कहा था कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी का मामला मजबूत हुआ है।
इक्विरस सिक्योरिटीज के इक्विटी प्रमुख पंकज शर्मा ने कहा कि ब्याज दरों के मोर्चे पर फेडरल रिजर्व क्या दिशा लेता है, स्थानीय बाजारों के लिए वह महत्वपूर्ण रहेगा। शर्मा ने कहा, ‘यह अगला महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। यदि अमेरिकी फेडरल रिजर्व साहस दिखाकर इस साल ब्याज दरों में बढ़ोतरी करता है तो इससे बाजार काफी अधिक प्रभावित होंगे। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि यह घटनाक्रम भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए अच्छा नहीं रहेगा। सोमवार (29 अगस्त) को बाजार संभवत: येलेन के बयान पर नकारात्मक प्रतिक्रिया देंगे।’ बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 294.75 अंक या 1.04 प्रतिशत नीचे आया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 94.35 अंक या 1.08 प्रतिशत टूटा। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में यह लगातार दूसरी साप्ताहिक गिरावट है।