Stock Market Crash today, Sensex 1000 Points Down: भारतीय शेयर मार्केट के लिए आज (13 जनवरी 2025) का दिन बेहद खराब साबित हुआ। 86000 से 76000 पहुंचने वाले Sensex ने निवेशकों की लुटिया डुबो दी है। एक दिन में आज हुई बड़ी गिरावट के चलते 12 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया है। शेयर बाजार के दोनों प्रमुख सूचकांक BSE Sensex और NSE Nifty आज लाल रंग के निशान पर बंद हुए और अधिकतर बड़े स्टॉक नुकसान में रहे। सेंसेक्स कारोबार बंद होने के समय 1000 से ज्यादा अंक गिर चुका था।

Bloodbath on D-Street: आखिर क्यों गिर रहा है शेयर बाजार? जानें किस वजह से एक झटके में डूबे लाखों करोड़

कारोबार बंद होने के समय सेंसेक्स 1048.90 पॉइन्ट (1.35 प्रतिशत) गिरकर 76,330.01 पर आ गया। वहीं निफ्टी 50 345.55 (1.47 प्रतिशत) धड़ाम होकर 23,085.95 के लेवल पर आ गया। 4 कंपनियों को छोड़कर Sensex की टॉप-30 कंपनियों में बाकी सभी शेयर लाल रंग के निशान पर बंद हुए।

सेक्टोरल सूचकांकों में भी बड़ी गिरावट

सोमवार को व्यापक सूचकांकों में गिरावट आई, निफ्टी मिडकैप 100 सत्र 4% गिरकर 52,383.65 पर बंद हुआ। सभी सेक्टोरल सूचकांक लाल निशान के साथ सत्र बंद हुए। निफ्टी रियल्टी में सबसे ज्यादा गिरावट रही, जो 6.6% गिरकर 899.75 पर बंद हुआ। बैंक निफ्टी इंडेक्स 683.55 अंक या 1.40% गिरकर 48,050.60 पर बंद हुआ। व्यापक बाजारों में, माइक्रो-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में सबसे अधिक गिरावट आई। अस्थिरता सूचकांक भारत VIX 6.92% बढ़कर 15.95 पर पहुंच गया।

EPFO Pension: 10 साल की नौकरी में हर महीने मिलेगी कितनी पेंशन? ऐसे करें चेक और जानें सारे फायदे

यूएस फेड कट द्वारा कटौती की उम्मीद कम

कारोबारियों के अनुसार, अमेरिका में रोजगार के अच्छे आंकड़ों से वहां नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद कम हुई है। इसके अलावा रुपये में एक दिन में दो साल की सबसे बड़ी गिरावट तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की पूंजी निकासी जारी रहने से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।

Sensex पर किन शेयरों को नुकसान-फायदा

सेंसेक्स के तीस शेयरों में से जोमैटो, करीब सात प्रतिशत लुढ़क गया। इसके अलावा पावर ग्रिड, अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एशियन पेंट्स, सन फार्मा और अल्ट्राटेक सीमेंट में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही। दूसरी तरफ, एक्सिस बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इंडसइंड बैंक के शेयर लाभ में रहे।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली देखने को मिली। इसका असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा। इसका कारण अमेरिका में रोजगार के मजबूत आंकड़े हैं, जिससे 2025 में प्रमुख ब्याज दर में कम कटौती की आशंका है। इससे डॉलर मजबूत हुआ, बॉन्ड प्रतिफल बढ़ा और उभरते बाजार कम आकर्षक हुए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, उच्च मूल्यांकन के बीच हाल में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि में कमी और कंपनियों की कमाई हल्की होने से बाजार धारणा प्रभावित हुई।’’ एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। जापान का बाजार अवकाश के कारण बंद था।

यूरोपीय बाजारों में गिरावट

यूरोपीय बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट रही। अमेरिकी बाजार में शुक्रवार को गिरावट रही। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 2,254.68 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने इस महीने अबतक भारतीय शेयर बाजारों से 22,194 करोड़ रुपये निकाले हैं।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.43 प्रतिशत उछलकर 80.90 डॉलर प्रति बैरल रहा। रुपये में एक दिन में लगभग दो साल की सबसे बड़ी गिरावट आई और यह डॉलर के मुकाबले 58 पैसे लुढ़क कर 86.62 (अस्थायी) के अबतक के सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण क्षेत्र में तेजी तथा त्योहारों के दौरान मांग से देश का औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) में बीते साल नवंबर में 5.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 241.30 अंक टूटा था, जबकि एनएसई निफ्टी में 95 अंक की गिरावट आई थी। 

एजेंसी इनपुट के साथ