Share Market Crash Today: भारतीय शेयर बाजार में आज (4 नवंबर 2024) सुबह शुरुआत बड़ी गिरावट के साथ हुई और पूरे दिन बाजार लहूलुहान रहा। सोमवार को मार्केट बंद होने के समय दोनों प्रमुख सूचकांक 1 प्रतिशत से ज्यादा टूट गए। BSE Senesx (बीएसई सेंसेक्स) बाजार बंद होने के समय 941.88 पॉइन्ट गिर गया और NSE Nifty (एनएसई निफ्टी) 309 अंक टूट गया। बता दें कि कारोबारी सप्ताह के पहले दिन बाजार बंद होने के समय सेंसेक्स 78,782.24 जबकि एनएसई निफ्टी 23,995.35 पर बंद हुए।

देशी कोषों की निकासी के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज और बैंकों के शेयरों में जबर्दस्त बिकवाली से सोमवार को घरेलू शेयर बाजार तीन महीने के निचले स्तर पर आ गया। 

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विश्लेषकों ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी अनिश्चितता और चीन में वृद्धि तेज करने के लिए नए प्रोत्साहन उपायों की उम्मीद ने भारतीय बाजारों में बिकवाली बढ़ाने का काम किया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 941.88 अंक यानी 1.18 प्रतिशत गिरकर 78,782.24 अंक पर बंद हुआ जो छह अगस्त के बाद का सबसे निचला बंद स्तर है। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,491.52 अंक गिरकर 78,232.60 अंक पर आ गया था। हालांकि, अंतिम कारोबारी घंटे में निचले स्तर पर खरीदारी आने से इस गिरावट पर थोड़ी लगाम लगी।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 309 अंक यानी 1.27 प्रतिशत गिरकर 23,995.35 अंक पर बंद हुआ। इस तरह निफ्टी 24,000 अंक से नीचे आ गया।

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क्यों लुढ़क गया भारतीय शेयर बाजार

क्यों लुढ़क गया भारतीय शेयर बाजार

विश्लेषकों ने कहा कि पांच नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले अनिश्चितता और चीन में वृद्धि तेज करने के लिए नया प्रोत्साहन पैकेज आने की उम्मीदों ने भारतीय शेयरों में बिकवाली को गति दी। इसके अलावा विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली ने भी बाजार में धारणा को कमजोर किया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 211.93 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की थी।

सेंसेक्स की कंपनियों में से अदाणी पोर्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक और टाइटन में प्रमुख रूप से गिरावट दर्ज की गई। दूसरी तरफ महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इन्फोसिस और इंडसइंड बैंक के शेयर लाभ में रहे।

विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर महीने में भारतीय शेयर बाजार से 94,000 करोड़ रुपये (करीब 11.2 अरब डॉलर) की निकासी की जो किसी भी महीने में अबतक का सबसे अधिक निकासी आंकड़ा है। घरेलू शेयर बाजार के उच्च मूल्यांकन और चीनी शेयरों के आकर्षक मूल्यांकन के कारण ऐसा हुआ। चीन की एक संसदीय समिति की इस सप्ताह एक अहम बैठक होने वाली है। ऐसी अटकलें हैं कि सरकार इस बैठक में अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए बड़े खर्च की पहल को मंजूरी दे सकती है।

एशिया के बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोप के अधिकांश बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक दायरे में बंद हुए थे। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.57 प्रतिशत बढ़कर 74.98 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। बीएसई और एनएसई ने एक नवंबर को दिवाली के अवसर पर एक घंटे का विशेष ‘मुहूर्त कारोबार’ सत्र आयोजित किया था। इस दौरान सेंसेक्स 335.06 अंक चढ़कर 79,724.12 अंक पर और निफ्टी 99 अंक बढ़कर 24,304.35 अंक पर बंद हुआ था।