Share Market Crash: मंगलवार (16 अप्रैल 2024) को भारतीय शेयर मार्केट में एक बार फिर बड़ी गिरावट दर्ज की गई। ईरान-इजरायल युद्ध के आसार के चलते बाजार में नकारात्मक असर देखा गया। हालांकि, सोमवार की तुलना में बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) दोनों में थोड़ा सुधार देखा गया। आज कारोबारी सत्र बंद होते समय सेंसेक्स 456.10 (0.62 प्रतिशत) गिरकर 72943.68 अंकों पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 50 में 95.75 (0.43 प्रतिशत) की गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी 50 बाजार बंद होने के समय 22176.75 पॉइन्ट पर था।

वहीं Nifty Bank में भी 178.40 अंकों की गिरावट हुई और 0.37 प्रतिशत घाटे के साथ यह 47594.85 अंकों पर कारोबार कर रहा था। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के लगातार बिकवाल रहने और ब्रेंट कच्चे तेल की उच्च कीमतों से भी निवेशकों की भावनाएं प्रभावित हुईं।

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शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में सूचीबद्ध कंपिनयों में से इंडसइंड बैंक, इंफोसिस, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फिनजर्व, एनटीपीसी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों को नुकसान हुआ।

टाइटन कंपनी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, नेस्ले और मारुति के शेयर लाभ में रहे। एशियाई बाजारों में जापान का निक्की225, हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहे। अमेरिकी बाजार सोमवार को नकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.58 प्रतिशत चढ़कर 90.62 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को शुद्ध रूप से 3,268.00 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।