Share Market Crash: भारतीय शेयर बाजार में आज पूरे दिन गिरावट के साथ कारोबार बंद हुआ। कारोबार बंद होने के समय स्टॉक मार्केट 733 अंकों की गिर गया। जबकि निफ्टी 24700 के नीचे बंद हुआ। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा फार्मा, किचन कैबिनेट और हैवी-ट्रकों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने की खबर के बाद फार्मा शेयरों बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ।

ब्रॉडर मार्केट भी इससे अछूते नहीं रहे। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 1.96% गिरा और बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 2.05% लुढ़का जो फ्रंटलाइन इंडेक्स से भी कमजोर प्रदर्शन रहा। इस बीच, वोलैटिलिटी (अस्थिरता) तेजी से बढ़ी और इंडिया VIX 5.95% उछल गया जो निवेशकों में बढ़ती घबराहट का संकेत देता है।

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बाजार की कमजोरी के बीच कुछ दिग्गज शेयरों ने रुझान को चुनौती दी। एलएंडटी (L&T) करीब 3% चढ़ा, वहीं टाटा मोटर्स, आईटीसी और रिलायंस भी दिन का अंत हरे निशान पर करने में सफल रहे, जिससे बेंचमार्क इंडेक्स को कुछ सहारा मिला।

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दूसरी ओर कई ब्लू-चिप शेयरों ने बाज़ार को नीचे खींचा। सन फ़ार्मा 2.6% गिरा, एशियन पेंट्स 2.6% टूटा, टाटा स्टील 2.8% फिसला और बजाज फ़ाइनेंस में 2.8% की गिरावट आई। एटरनल 3% नीचे बंद हुआ, जबकि एमएंडएम (M&M) सेंसेक्स समूह में सबसे ज़्यादा प्रभावित रहा और 3.6% लुढ़क गया।

शेयर बाजार में गिरावट के तीन प्रमुख कारण रहे। चलिए आपको बताते हैं इन तीनों वजहों के बारे में जिससे निवेशकों को भारी निकसान झेलना पड़ा।

आखिर क्यों ढह गया शेयर बाजार?

  1. फार्मा शेयरों पर दबाव
    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रांडेड दवाओं पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा की है। हालांकि भारत से अमेरिका को होने वाले निर्यात का बड़ा हिस्सा जेनेरिक दवाओं का है। लेकिन ब्रांडेड दवाओं पर टैरिफ बाजार की धारणा के लिहाज से नकारात्मक माना जा रहा है। अब निवेशकों की चिंता यह है कि कहीं आगे चलकर यह टैरिफ जेनेरिक दवाओं पर भी न बढ़ा दिया जाए।

Accenture रिजल्ट्स से आईटी शेयरों को गिरावट
ग्लोबल टेक खर्च में धीमी रिकवरी के संकेत देने वाली एक्सेंचर की तिमाही कमाई के बाद भारतीय आईटी शेयरों की बिकवाली आज छठे दिन भी जारी रही। निफ्टी आईटी इंडेक्स 2% टूटा और इसके सभी 10 शेयर लाल निशान में बंद हुए। एलटीआईमाइंडट्री, विप्रो और टेक महिंद्रा लगभग 2% गिरकर शीर्ष लूज़र्स रहे। 2025 की शुरुआत से अब तक यह इंडेक्स पहले ही 21% टूट चुका है, जबकि बेंचमार्क निफ्टी 50 इसी दौरान 5% चढ़ा है।

FII की बिकवाली जारी
बाजारों के लिए एक और लगातार चिंता बनी हुई है। FII की बिकवाली, 2025 में अब तक एफआईआई ने 1,80,443 करोड़ रुपये से ज्यादा की इक्विटी बेची है। यह 2024 में हुई 1,21,210 करोड़ रुपये की बिकवाली के ऊपर की भारी भरकम सेलिंग है। ये आंकड़े साफ़ दिखाते हैं कि अब तक विदेशी निवेशकों की बिकवाली कितनी बड़ी रही है।