Stock Market Crash Today: भारतीय शेयर बाजार में आज (13 दिसंबर 2024) को अचानक बड़ी गिरावट दर्ज की गई। दोनों प्रमुख सूचकांक बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) में कारोबार खुलते ही धड़ाम हो गए। धातु शेयरों में भारी बिकवाली, कमजोर वैश्विक कारकों और विदेशी कोषों की निकासी के चलते शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट हुई। इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 412.8 अंक गिरकर 80,877.16 पर आ गया। एनएसई निफ्टी 129.85 अंक गिरकर 24,418.85 पर खुला।
हालांकि, बाजार में जारी गिरावट यहीं नहीं रुकी और सुबह 11 बजकर 7 मिनट पर बीएसई सेंसेक्स 1016.99 पॉइन्ट गिरकर 80,269 पॉइन्ट पर कारोबार कर रहा था। बाजार में स्मॉलकैप, मिडकैप और अन्य शेयरों में गिरावट जारी है।
शेयर बाजार में क्यों हुई बड़ी गिरावट?
भारतीय शेयर बाजार में हुई इस बड़ी गिरावट की वजह बड़ी संख्या में निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली को माना जा रहा है। धातु शेयरों में भारी बिकवाली, कमजोर वैश्विक कारकों और विदेश कोषों की निकासी भी बाजार में गिरावट का एक कारण रहा है। HDFC Bank के शेयरों के चलते भी बाजार दबाव में है। RIL और Infosys जैसे हैवीवेट शेयरों में आई गिरावट का असर भी कुछ हद तक बाजार पर पड़ा है।
Sensex पर इन शेयरों को सबसे ज्यादा नुकसान
सेंसेक्स के शेयरों में टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, लार्सन एंड टूब्रो, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस, HDFC Bank में सबसे ज्यादा गिरावट हुई।
दूसरी ओर भारती एयरटेल, नेस्ले, अदाणी पोर्ट्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।
NSE पर 50 में से 47 शेयरों में गिरावट
NSE की बात करें तो 50 में से 47 शेयरों में गिरावट है। सिर्फ भारती एयरटेल, अडानी एंटरप्राइजेज और अपोलों के शेयरों में तेजी देखी गर् है। 51 शेयरों ने 52 सप्ताह के ऑल-टाइम हाई को टच किया जबकि 12 शेयर पिछले 52 सप्ताह के सबसे निचले लेवल पर हैं। 39 शेयरों में अपर जबकि 36 शेयरों में आज लोअर सर्किट लग गया है।
शेयर बाजार को आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 3,560.01 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.04 प्रतिशत गिरकर 73.38 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।