शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन दिवाली सा जगमग माहौल रहा। एचडीएफसी बैंक और आईटीसी जैसी ब्लूचिप कंपनियों के बेहतर तिमाही परिणामों के बीच बाजार में जारी लिवाली से शेयर बाजार नई ऊंचाई पर बंद हुए। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 251.29 अंक चढ़कर 35,511.58 अंक की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 77.70 अंक सुधार के साथ 10,894.70 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद द्वारा 29 वस्तुओं और 54 श्रेणी की सेवाओं पर कर की दर कम करने के फैसले को निवेशकों ने हाथों हाथ लिया। बाजार में लिवाली का रुख देखा गया और घरेलू एवं विदेशी दोनों निवेशकों की ओर से सतत लिवाली हुई।

कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 35,542.17 अंक के नए उच्च स्तर पर पहुंच गया था। बाद में 251.29 अंक यानी 0.71% सुधरकर यह 35,511.58 अंक पर बंद हुआ। इससे पिछले दिन यह 35,260.29 अंक पर बंद हुआ था। पिछले तीन सत्र के कारोबार में सेंसेक्स कुल 740.53 अंक बढ़ा है। इसी प्रकार निफ्टी शुक्रवार को 77.70 अंक यानी 0.72% की तेजी के साथ 10,894.70 अंक पर बंद हुआ है। इसने अपने अब तक के सर्वकालिक उच्च स्तर 10,817 अंक को पीछे छोड़ दिया। दिन में कारोबार के दौरान यह 10,906.85 अंक के उच्च स्तर को छू गया था।

बता दें कि शेयर बाजारों में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन नए रिकॉर्ड बनाने का सिलसिला देखा गया था। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 178 अंक चढ़कर अपने नए रिकॉर्ड स्तर 35,260.29 अंक पर पहुंच गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी पहली बार 10,800 अंक के पार बंद हुआ था। बैंकिंग शेयरों में जोरदार लिवाली से बाजार में उछाल आया। कारोबारियों ने कहा था कि इस तरह की खबरें आई हैं कि सरकार निजी क्षेत्र के बैंकों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की सीमा को बढ़ाकर 100 प्रतिशत करने और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 49 प्रतिशत करने पर विचार कर रही है। इससे बाजार की धारणा को बल मिला।

हालांकि, कारोबार के अंतिम घंटे में निवेशकों ने कुछ मुनाफा काटा जिससे का लाभ सिमट गया था। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के सतत प्रवाह तथा घरेलू संस्थागत निवेशकों की ताजा लिवाली से भी बाजार में तेजी को समर्थन मिला। इसके अलावा कुछ अन्य कंपनियों के तीसरी तिमाही के परिणाम उम्मीद से बेहतर रहने की उम्मीद में भी बाजार मजबूत हुआ था। साथ ही जीएसटी परिषद द्वारा रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रियाओं को सरल करने के प्रस्ताव पर विचार करने की खबरों से भी बाजार धारणा मजबूत हुई थी।