मुंबई। जर्मनी के सबसे खराब औद्योगिक आंकड़े आने के बीच धातु, स्वास्थ्य, टिकाऊ उपभोक्ता सामान और मशीन बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स आज 296 अंक टूटकर करीब दो माह के निचले स्तर पर बंद हुआ।
जर्मनी में औद्योगिक उत्पादन घटकर साढ़े पांच साल के निचले स्तर पर आ गया।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 137 अंक नीचे खुला और कारोबार के दौरान दिन के निचले स्तर 26,250.24 अंक पर आ गया। हालांकि, बाद में यह 296.02 अंक की गिरावट के साथ 26,271.97 अंक पर बंद हुआ।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 93.15 अंक नीचे 7,852.40 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, निफ्टी 7,943.05 और 7,842.70 अंक के दायरे में घूमता रहा।
कोटक सिक्युरिटीज के उपाध्यक्ष :निजी ग्राहक समूह अनुसंधान: संजीव जरबड़े ने कहा, ‘‘जर्मनी के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े आने के बाद बिकवाली दबाव बढ़ गया। इन आंकड़ों से यूरोपीय बाजारों पर भी बिकवाली दबाव हावी हो गया।’’
विदेशी निवेशकों द्वारा सौदे निपटाने और तिमाही नतीजों से पहले छोटे निवेशकों की बिकवाली से बाजार धारणा कमजोर हुई। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 23 कंपनियों के शेयर टूटकर बंद हुए।
उन्होंने कहा कि अन्य एशियाई बाजारों में मिला..जुला रच्च्ख रहने और यूरोपीय बाजारों के नीचे खुलने से भी बाजार की धारणा पर असर पड़ा।
शेयर बाजारों के अस्थायीआंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने गत बुधवार को 63.24 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की।
अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग और दक्षिण कोरिया के शेयर सूचकांक 0.23 से 0.46 प्रतिशत के दायरे में मजबूत हुए, जबकि जापान, सिंगापुर और ताइवान के बाजार गिरावट के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स के शेयरों में हिंडाल्को 4.35 प्रतिशत, एसएसएलटी 4.32 प्रतिशत, सिप्ला 3.67 प्रतिशत, डाक्टर रेड्डीज लैब 3.18 प्रतिशत और एचडीएफसी 3.11 प्रतिशत टूटकर बंद हुआ।
वहीं दूसरी ओर एनटीपीसी और गेल के शेयरों में वृद्धि दर्ज की गई।