उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में मंगलवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स नीचे आ गया। कमजोर वृहद संकेतों के बीच भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक के फैसले की घोषणा से पहले बाजार में गिरावट रही। केंद्रीय बैंक की दो दिन की मौद्रिक समीक्षा बैठक मंगलवार को शुरू हुई। माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों में बदलाव नहीं करेगा क्योंकि उसका ज्यादा ध्यान मुद्रास्फीति नियंत्रण पर है। फिच रेटिंग्स द्वारा चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के अनुमान को 6.9 प्रतिशत से घटाकर 6.7 प्रतिशत किए जाने से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई।

बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मंगलवार को नकारात्मक रुख से खुलने के बाद 32,682.52 अंक के निचले स्तर तक आया। हालांकि, बाद में कुछ बड़ी कंपनियों के शेयरों में लिवाली से यह नुकसान कम हुआ। अंत में सेंसेक्स 67.28 अंक या 0.20 प्रतिशत के नुकसान से 32,802.44 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 9.50 अंक या 0.09 प्रतिशत के नुकसान से 10,118.25 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान यह 10,069.10 से 10,147.95 अंक के दायरे में घट-बढ में रहा।

इस बीच, एक मासिक सर्वे के अनुसार नवंबर में सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में गिरावट रही। बता दें कि पिछले चार कारोबारी सत्रों में गिरावट के बाद बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को 37 अंक की बढ़त के साथ 32,870 अंक पर बंद हुआ था। आईटी, प्रौद्योगिकी, धातु तथा स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी आई। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा तथा इस सप्ताह होने वाले गुजरात चुनाव से पहले कारोबार में काफी उतार-चढ़ाव रहा। केंद्रीय बैंक चालू वित्त वर्ष की पांचवीं मौद्रिक नीति समीक्षा छह दिसंबर को करेगा।