State Bank of India: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) का होम लोन महंगा हो गया है। एसबीआई ने फैसला किया है कि वह लोन लेने वाले ग्राहकों से प्रोसेसिंग फीस वसुलेगा। प्रोसेसिंग फीस वसुलने के इस फैसले की वजह से फस्टिव सीजन में लोन लेने की सोच रहे ग्राहकों को यह बड़ा झटका है। यह फीस होम लोन लेने वालों से तो ली ही जाएगी साथ-साथ टॉप-अप प्लान्स और कॉर्पोरेट्स और बिल्डरों को दिए जाने वाले लोन पर प्रोसेसिंग फीस वसुली जाएगी। एसबीआई ने शुक्रवार को एक सुर्कुलर जारी किया जिसमें यह बात सामने आई।

बैंक का यह फैसला रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के हाल ही में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती के बाद आया है। रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है। इसमें कमी आने से बैंकों को सस्ता कर्ज मिलेगा तो उन पर ब्याज दरें घटाने का दबाव बढ़ेगा। शीर्ष बैंक रेपो रेट में 110 प्वाइंट की कटौती कर चुका है।

एसबीआई ने सुर्कुलर में कहा ‘बैंक द्वारा फेस्टिव सीजन के लिए एलान किया गया प्रोसेसिंग फीस न वसुलने का ऑफर 16 अक्टूबर से समाप्त हो रहा है। जो लोन 15 तारीख पर जारी कर दिए जाएंगे उनपर प्रोसेसिंग फीस नहीं ली जाएगी। 16 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच जारी होने वाले लोन पर प्रोसेसिंग फीस वसुली जाएगी।’

बता दें कि इससे पहले एसबीआई ने फिक्सड डिपॉजिट (एफडी) पर ब्याज दरें घटा दी थीं। इस फैसले का असर उन ग्राहकों पर पड़ेगा जिन्होंने बैंक में फिक्सड डिपॉजिट करवा रखा है। 1 साल से दो साल तक की मैच्योरिटी वाली रिटेल एफडी पर जमा दरों में 0.10 फीसदी की कटौती की है। यानि की अब ब्याज दर 6.50 से घटकर 6.40 हो गई है।

इसके अलावा बचत खातों में 1 लाख रुपए तक जमा रखने वालों को अब 3.50 फीसदी की दर से नहीं बल्कि 3.25 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। बात करें 2 करोड़ और या उससे ज्यादा की एफडी पर ब्याज दर में 0.30 फीसदी की कटौती की है। जो कि 6.30 से 6.00 फीसदी कर दी गई है। ये दरें गुरुवार (10 अक्टूबर 2019) से लागू होंगी