सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने त्योहारी मौसम शुरू होने से पहले सोमवार को विभिन्न अवधि के कर्ज की ब्याज दर में 0.10 प्रतिशत की और कटौती की घोषणा की है। स्टेट बैंक की ओर से चालू वित्त वर्ष के दौरान ब्याज दर में यह तीसरी कटौती होगी। कर्ज की ब्याज दरों में ताजा कटौती मंगलवार से प्रभावी होगी। बैंक ने कहा है कि एक साल के लिये कर्ज की सीमांत लागत आधारित (एमसीएलआर) ब्याज दर ताजा कटौती के बाद घटकर 8.15 प्रतिशत रह जायेगी। बैंक की ज्यादातर ब्याज दरें इसी दर से जुड़ी रहतीं हैं। इससे पहले यह दर 8.25 प्रतिशत रही है।
बैंक ने इसके साथ ही अपनी खुदरा सावधि जमा पर भी ब्याज दर में 0.20 से 0.25 प्रतिशत तक की कटौती की है। जबकि एकमुश्त बड़ी राशि की सावधि जमा की ब्याज दर में 0.10 से लेकर 0.20 प्रतिशत तक की कटौती की है। जमा पर ये कटौतियां भी मंगलवार से प्रभावी होंगी। बैंक ने कहा है कि घटती ब्याज दरों के मौजूदा परिवेश और उसके पास उपलब्ध अधिशेष नकदी को देखते हुये सावधि जमा की ब्याज दरों को परिस्थिति के अनुरूप किया गया है।
गौरतलब है कि बैंक की ओर से अगस्त में दरें घटाने की घोषणा की गई थी। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 7 अगस्त को कर्ज पर ब्याज दर में 0.15 प्रतिशत कटौती की घोषणा की थी। एसबीआई ने सभी अवधि के कर्ज पर ब्याज दरों में कटौती कर रहा है। यह कटौती 10 अगस्त यानी कल से लागू होंगे। पिछले दिनों स्टेट बैंक ने एक बयान में कहा था कि इस कटौती के बाद एक साल की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) 8.40 प्रतिशत से घटकर 8.25 प्रतिशत सालाना पर आ गयी है। इस कटौती के बाद बैंक की रेपो से जुड़ी ब्याज दर (आरएलएलआर) नौ सितंबर से ‘कैश क्रेडिट एकाउंट’ (सीसी) / ओवरड्राफ्ट (ओडी) ग्राहकों के लिये 7.65 प्रतिशत रह जायेगी।
भाषा के इनपुट के साथ।