सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने करीब 1300 शाखाओं के नाम, आईएफएससी कोड बदल दिए हैं। देश के सबसे बड़े बैंक ने सहयोगी बैंकों के विलय के बाद उनके करीब 1300 शाखाओं के नाम और आईएफएससी कोड को बदलने का फैसला किया है। नाम एवं कोड बदली जाने वाली इन शाखाओं में अधिकतर मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और लखनऊ इत्यादि शहरों में स्थित हैं।
बैंक के प्रबंध निदेशक (खुदरा एवं डिजिटल बैंकिंग) प्रवीण गुप्ता ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि हमारे पुराने सहयोगी बैंकों की कुछ शाखाओं का भारतीय स्टेट बैंक की शाखाओं में विलय कर दिया गया है। इस वजह से विलय के बाद उनके आईएफएससी कोड बदले गए हैं।
उन्होंने कहा कि ग्राहकों को कोड बदले जाने की जानकारी दे दी गई है। साथ ही आंतरिक तौर पर बैंकों को भी नए कोड के साथ जोड़ दिया गया है। उन्होंने यह साफ किया कि अगर अब भी कोई पुराने आईएफएससी कोड पर भुगतान करता है तो वह नए कोड के साथ समायोजित हो जाएगा। इससे ग्राहकों को कोई तकलीफ नहीं होगी। बता दें कि बैंक ने करीब 23,000 ब्रांचों को बंद भी किया है। बैंक ने सभी ब्रांचों की लिस्ट और उनके आईएफएससी कोड अपनी वेबसाइट पर भी जारी की है। वहां जाकर आप अपने बैंक का नया आईएफएससी कोड पता लगा सकते हैं।
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क्या है आईएफएससी: यह इंडियन फिनान्शियल सिस्टम कोड को संक्षिप्त रूप है, जो 11 डिजिट का अल्फा-न्यूमरिक कोड होता है। इसका इस्तेमाल बैंकों के ब्रांचों की पहचान के लिए होता है। जब कोई सख्स या संस्था रिजर्व बैंक के नियमों के मुताबिक किसी को भी डिजिटली पैसा ट्रांसफर करता है तब उसके बैंक और अकाउंट को आइडेन्टीफाई करने के लिए आईएफएससी जरूरी होता है। आरबीआई के दिशा-निर्देशों के मुताबिक RTGS, NEFT या IMPS के लिए आईएफएससी की अनिवार्यता होती है।
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गौरतलब है कि इस साल अप्रैल में एसबीआई के पांच सहयोगी बैंको का विलय एसबीआई में कर दिया गया था। इनमें स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद और स्टेट बैंक ऑफ ट्रावनकोर शामिल था। इनके अलावा भारतीय महिला बैंक का भी एसबीआई में विलय कर दिया गया था।
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