Lowest Sarlary hike in a decade: देश में आर्थिक सुस्ती का असर अब आपकी सैलरी ग्रोथ पर भी दिख सकता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कॉरपोरेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों के लिए यह साल एक दशक में सबसे खराब हो सकता है। इस साल महज सिंगिल डिजिट में ही सैलरी ग्रोथ का अनुमान है, जो बीते 10 सालों में सबसे कम होगा। प्रोफेशनल सर्विसेज फर्म Aon के मुताबिक साल 2011 से ही भारत में इन्क्रीमेंट में कमी देखी जा रही है। तब कंपनियों ने औसतन 12.6 फीसदी का इन्क्रीमेंट दिया था।

हालांकि इस साल भी भारत में करीब 39 फीसदी कंपनियों की ओर से डबल डिजिट सैलरी ग्रोथ दिए जाने की उम्मीद है। इसके अलावा 42 फीसदी कंपनियां 8 से 10 पर्सेंट तक की ग्रोथ दे सकती हैं। हालांकि दिग्गज कंपनियां महंगाई के मुताबिक सैलरी में इजाफा कर सकती हैं। Aon से जुड़े जेइटेल फर्नांडिस ने बताया कि 2020 के लिए जीडीपी अनुमान घटाए जाने का असर दिख सकता है।

फिर भी एक अच्छी खबर यह है कि भले ही जीडीपी के अनुमान में 2020 के लिए बड़ी कटौती कर दी गई है, लेकिन सैलरी ग्रोथ में महज 20 बेसिस पॉइट्स की ही कमी होने की आशंका है। बीते साल कंपनियों ने एंप्लॉयीज की सैलरी में 9.3 फीसदी का औसतन इजाफा किया था, जो इस बार घटकर 9.1 फीसदी तक हो सकता है।

2011 के बाद से लगातार घट रही सैलरी ग्रोथ: फर्नांडिस ने कहा कि 2011 के बाद से ही लगातार सैलरी में इजाफा कम होता जा रहा है। हालांकि 2012 से लेकर 2016 तक सैलरी ग्रोथ डबल डिजिट में थी, लेकिन उसके बाद 2017 से यह 9 फीसदी के आसपास बनी हुई है। करीब 20 इंडस्ट्रीज की 1,000 कंपनियों पर किए गए सर्वे के आधार पर Aon ने अपना यह अनुमान जारी किया है।

मूडीज ने घटा दिया है जीडीपी ग्रोथ का अनुमान: रेटिंग एजेंसी मूडीज ने 2020 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में बड़ी कटौती करते हुए 6.6 फीसदी से 5.4 पर्सेंट कर दिया है। मूडीज ने अनुमान में कटौती करते हुए कहा था कि भारत की अर्थव्यवस्था बीते दो सालों से गिरावट की ओर है और जल्दी इसके ग्रोथ के रास्ते पर आने की उम्मीद नहीं है।