बाबा रामदेव की अगुआई वाली पतंजलि आयुर्वेद की सब्सिडरी कंपनी रुचि सोया के शेयरों में सोमवार को 20 फीसदी का अपर सर्किट लगा। पिछले 6 महीने के दौरान यह पहला मौका था जब कंपनी ने निवेशकों को एक दिन में इतना रिटर्न कमा कर दिया। रुचि सोया के शेयर के पीछे तेजी की बड़ी वजह कंपनी के आगामी एफपीओ को सेबी से मंजूरी मिलना रही।

रुचि सोया का एफपीओ (FPO)पतंजलि आयुर्वेद के स्वामित्व वाली रुचि सोया ने बीते शुक्रवार 11 मार्च 2022 को एक्सचेंज को जानकारी दी कि रुचि सोय के आगामी फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को सेबी से मंजूरी मिल गई है और कंपनी का एफपीओ 24 मार्च को खुलने जा रहा है जिसके बाद रुचि सोया के शेयरों में तेजी देखने को मिली।

FPO लाने की वजह: सेबी के द्वारा निर्धारित किए गए नियमों के मुताबिक किसी भी पब्लिक लिस्टेड कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 75 फीसदी से अधिक नहीं हो सकती है। वहीं देखा जाए तो रुचि सोया की 98 फीसदी से भी अधिक हिस्सेदारी पतंजलि के पास है। इस कारण से कंपनी अपना एफपीओ बाजार में ला रही है। एफपीओ के बाद प्रमोटर्स की कंपनी ने हिस्सेदारी घटाकर 81 फीसदी के आसपास रह जाएंगी।

4300 करोड़ रुपए का होगा एफपीओ: रुचि सोया का आगामी एफपीओ 4300 करोड़ रुपए का होगा। सेबी के पास जमा कराए ड्राफ्ट पेपर के मुताबिक एफपीओ से मिलने वाली पूंजी का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने, पूंजीगत जरूरतों को पूरा करने में और अन्य कॉरपोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करेगी।

रुचि सोया ने दिया 4372 फीसदी का रिटर्न: दिवालियापन प्रक्रिया के तहत 2019 में पतंजलि में रुचि सोया को 4350 करोड़ रुपए में खरीदा था जिसके बाद कंपनी की 1 फरवरी 2020 में शेयर बाजार में रिलिस्टिंग हुई थी। 1 फरवरी 2020 को शेयर का भाव 21.55 रुपए था जो 14 मार्च 2022 को बढ़कर 963 रुपए हो गया है। इस तरह शेयर ने पिछले दो साल में निवेशकों को करीब 4372 रुपए का रिटर्न दिया है। एक साल पहले 15 मार्च 2021 को शेयर का भाव 704 रुपए था जो बढ़कर 963 रुपए प्रति शेयर हो गया। इस दौरान शेयर ने निवेशकों 36 फीसदी का रिटर्न दिया।