रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अपनी टेलिकॉम कंपनी जियो को लेकर कहा है कि इसके जरिए भारत चौथी औद्योगिक क्रांति का अगुवा बन सकता है। अंबानी ने कहा कि भले ही तीन औद्योगिक क्रांतियों में भारत में पिछड़ गया हो, लेकिन अब आईटी सेक्टर, हाईस्पीड इंटरनेट केनेक्टिविटी और अफोर्डेबल स्मार्ट डिवाइसेज के जरिए उसके पास यह मौका है। देश के सबसे अमीर शख्स ने कहा कि उनकी कंपनी रिलायंस जियो में वे तत्व हैं, जिनके जरिए औद्योगिक क्रांति की अगुवाई की जा सकती है। उन्होंने कहा कि पहली दो औद्योगिक क्रांतियों के चलते दुनिया में जो बदलाव देखने को मिले थे, उन्हें भारत ने मिस किया था। इसके बाद तीसरी औद्योगिक क्रांति इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के दौर में आई थी। भारत इससे जुड़ा भी था, लेकिन देर कर दी और पूरा फायदा नहीं मिल सका।
एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा, ‘अब हमने चौथी औद्योगिक क्रांति में कदम रख लिए हैं। ऐसे में भारत के पास मौका है कि वह लीडर्स के साथ ही न चले बल्कि खुद ग्लोबल लीडर बने।’ उन्होंने कहा कि चौथी औद्योगिक क्रांति डिजिटल और फिजिकल टेक्नोलॉजीज के कन्वर्जेंस से आने वाली है। जैसे डिजिटल कनेक्टिविटी, क्लाउड ऐंड एज कम्प्यूटिंग, स्मार्ट डिवाइसेज, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, ब्लॉकचेन और जीनोमिक्स आदि। उन्होंने कहा कि इसमें हिस्सा लेने के लिए तीन मुख्य चीजें हैं, हाई स्पीड कनेक्टिविटी, अफोर्डेबल स्मार्ट डिवाइसेज और ट्रांसफॉर्मेशनल डिजिटल ऐप्स। जियो में क्षमता है कि वह इस यात्रा पर निकल सके।
उन्होंने कहा कि रिलायंस जियो से पहले देश 2जी तकनीक पर ही अटका हुआ था। अंबानी ने कहा कि जियो भारत में डाटा की महंगाई और संकट को खत्म करना चाहता है और डिजिटल रिवॉलूशन लाना चाहता है। उन्होंने जियो की कामयाबी के सफर के बारे में बताते हुए कहा कि भारत में 2जी नेटवर्क को तैयार करने में 25 सालों का वक्त लगा था, लेकिन रिलायंस जियो ने महज 3 साल में ही 4जी नेटवर्क तैयार कर दिया। उन्होंने कहा कि हमने दुनिया में सबसे सस्ता डाटा मुहैया कराया और जियो यूजर्स को फ्री वॉइस कॉल की सुविधा दी। इसके अलावा जियोफोन के जरिए स्मार्टफोन भी अफोर्डेबल हुए हैं।
रिलायंस के चेयरमैन ने कहा कि जियो ने एक साल से भी कम समय में 10 करोड़ से अधिक भारतीयों के लिए असीम संभावनाओं की दुनिया की एक खिड़की खोली है। जियो ने मोबाइल ऐप और डाटा को बेहद सस्ता कर दिया है। नतीजा यह हुआ कि जियो ने प्रति सेकंड 7 ग्राहक जोड़े और भारत की मासिक डाटा खपत 0.2 अरब जीबी से 600 प्रतिशत बढ़कर 1.2 अरब जीबी हो गई।