रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने मुकेश अंबानी की ओर से उत्तराधिकार का प्लान तैयार किए जाने की खबरों को खारिज किया है। ग्रुप के प्रवक्ता ने फैमिली काउंसिल बनाकर तीनों बच्चों ईशा, आकाश और अनंत अंबानी को बराबर की हिस्सेदारी देने की रिपोर्ट को खारिज किया है। प्रवक्ता ने कहा कि ऐसी रिपोर्ट पूरी तरह से कल्पना पर आधारित है, इसमें कोई सच्चाई नहीं है। इसके अलावा ग्रुप के एक सीनियर अधिकारी ने भी ऐसी खबरों को गलत करार दिया है।

इससे पहले Live Mint ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मुखिया और देश के सबसे रईस शख्स मुकेश अंबानी एक ‘फैमिली काउंसिल’ का गठन करने जा जा रहे हैं। यह फैमिली काउंसिल इसलिए तैयार की जा रही है ताकि भविष्य में उत्तराधिकार को लेकर किसी तरह का विवाद न हो सके। फिलहाल मुकेश अंबानी की निजी दौलत 5,94,690 करोड़ रुपये है और वह दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स हैं।

रिपोर्ट में दावा किया गया था कि यह कदम उत्तराधिकार के प्लान के तौर पर है। इसमें परिवार के सभी वयस्क सदस्यों को शामिल किया जाएगा, जिनमें मुकेश अंबानी की तीन संतानें शामिल हैं। इसके अलावा मेंटर्स और सलाहकारों को भी शामिल किया जा सकता है। बता दें कि  पिता धीरूभाई अंबानी के अचानक निधन के बाद दोनों भाईयों में मतभेद उभरे थे और लंबी खींचतान के बाद दोनों के बीच कारोबारी साम्राज्य का बंटवारा हुआ था।

तीनों बच्चों को दी है अलग-अलग जिम्मेदारी: बता दें कि मुकेश अंबानी ने फिलहाल अपने तीनों ही बच्चों को अलग-अलग भूमिकाएं दे रखी हैं। बड़े बेटे आकाश और बेटी ईशा अंबानी रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल में 2014 से ही डायरेक्टर के तौर पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा जियो प्लेटफॉर्म्स के बोर्ड में भी उन्हें शामिल किया गया है। छोटे बेटे अनंत अंबानी का इसी साल मार्च में मुकेश अंबानी जियो प्लेटफॉर्म्स में अडिशनल डायरेक्टर के तौर पर जिम्मेदारी दी है। रिलायंस फाउंडेशन में भी ईशा अंबानी डायरेक्टर के तौर पर जुड़ी हैं। इसका नेतृत्व उनकी मां नीता अंबानी करती हैं।