देश मॉर्डन बिग बुल के नाम से मशहूर निवेशक राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्‍नी पर चल रहे इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले को 37 करोड़ रुपए देकर निपटा लिया है। इस मामले में दंपत्‍त‍ि समेत 5 और लोग भी शामिल थे। यह मामला एपटेक लिमिटेड के के अनपब्लिश्ड प्राइस सेंसिटिव इनफॉरमेशन से जुड़ा हुआ है। जिसमें इन लोगों को गलत तरीके से कमाए रुपयों पर ब्याज भी भरना पड़ा है।

अगर बात राकेश झुनझुनवाला को इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में गलत तरीके से कमाए प्रॉफिट पर ब्याज के तौर पर करीब 9.50 करोड़ रुपए चुकाने पड़े। यानी राकेश झुनझुनवाला, पत्नी रेखा झुनझुनवाला के साथ 5 अन्य लोगों ने कुल 37 करोड़ रुपए सेबी को चुकाकर पूरे मामले को सेटल कर लिया। आइए आपको भी बताते हैं आख‍िर पूरा मामला क्‍या है और इस मामले में और कौन कौन से लोग जुड़े हुए हैं।

एपटेक लिमिटेड में में 24.24 फीसदी है हिस्‍सेदारी : एपटेक लिमिटेड में राकेश झुनझुनवाला की 24.24 फीसदी हिस्‍सेदारी है। जिसकी वैल्‍युएशन करीब 160 करोड़ रुपए है। 7 सिंतबर को 2016 को एपटेक ने शेयर बाजार बंद होने के बाद ऐलान किया था वह प्रीस्कूल सेगमेंट में दाखिल होने वाली है। सेबी के आदेश के अनुसार 14 मार्च 2016 से लेकर 7 सितंबर 2016 के बीच इनसाइडर ट्रेडिंग की गई। ये 7 सितंबर की ही तारीख थी, जब कंपनी ने प्रीस्कूल सेगमेंट में दाखिल होने का ऐलान किया था। झुनझुनवाला दंपत्‍त‍ि और अन्‍य लोगों पर आरोप लगा था कि उन्‍हें इस पूरे प्‍लान की जानकारी पहले से थी। जिसे सावजनिक करने से पहले अपने फायदे के लिए यूज किया।

ना गलती मानी और ना ही अस्‍वीकार की : राकेश झुनझुनवाला ने और उनकी पत्‍नी के साथ दूसरे आरोप‍ियों ने सेबी के साथ अपने मामले को सेटल किया। झुनझुनवाला दंपत्‍त‍ि के अलावा राजेश कुमार झुनझुनवाला, सुशीला देवी गुप्ता, सुधा गुप्ता, उष्मा सेठ सुले, उत्पल सेठ, मधु वडेरा जयकुमार, चुग योगिंदर पाल और रमेश एस दमानी शामिल हैं। खास बात तो यह है कि सेटलमेंट ऑर्डर के तहत इन तमाम लोगों ने ना तो अपनी गलती को माना और ना ही अस्‍वीकार ही किया।

किसने कितना दिया रुपया: इस मामले में रेखा झुनझनवाला को 1.57 करोड़ रुपए देकर मामले को सेटल करना पड़ा। राजेश कुमार झुनझुनवाला ने 1.22 करोड़ रुपए दिए। सुधा गुप्ता को 50 लाख रुपए देने पड़े। सुशीला देवी ने 80 लाख रुपए दिए। उष्मा सेठ सुले ने 52.95 करोड़ रुपए देकर अपना मामला सेटल किया। वहीं राकेश झुनझुनवाला के करीबी माने जाने वाले उत्पल सेठ ने 69 लाख रुपए देकर मामले को सेटल किया।