पंकज रोहिला

देश व दुनिया से आने वाले पर्यटकों के लिए रेल से भ्रमण और भी बेहतर होगा। सैर कराने वाली पर्यटन गाड़ियों में विशेषतौर पर गर्मागर्म खाना परोसने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए तकनीकी स्तर पर तैयारियां भी शुरू हो गई हैं और पर्यटन रेलगाड़ियों में दो रसोई यान की तैयारी की जा रही है। इनमेंकरीब 800 लोगों का खाना तैयार हो सकेगा। पर्यटन रेलगाड़ियों में यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए सोफों में भी बदलाव किया जा रहा है।

मंत्रालय का मानना है कि इससे देश में पयर्टन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। वर्तमान में देश व दुनिया से भ्रमण के लिए आने वाले यात्रियों के लिए रेलवे कई पर्यटन टूर उपलब्ध कराता है। इन पैकेज में विशेष तौर पर भारत दर्शन, बुद्ध सर्किट, जैन सर्किट, रामसेतू जैसी रेलगाड़ियां शामिल हैं। इन ट्रेनों के लिए आइआरसीटीसी के माध्यम से आनलाइन बुकिंग कराई जा सकती है। ये पैकेज एक सप्ताह से अधिक समय के हैं। इनमें यात्रियों को ले जाने व विभिन्न जगह घूमाने का जिम्मा आइआरसीटीसी के माध्यम से ही किया जाता है।

संबंधित यात्री को केवल एकमुश्त भुगतान करना होता है। भोजन सेवाओं में तकनीकी परेशानी यह आती थी कि ट्रेन चलने से पूर्व इसे पैक किया जाता है। इस कार्य में अधिक समय लगता है और इसकी शिकायतें भी रेलवे के पास आई हैं। लेकिन पर्यटन रेलगाड़ियों में अब यह शिकायत दूर होगी। मंत्रालय के सूत्र बताते हैं कि घूमने फिरने वाले यात्रियों की सबसे पहली प्राथमिकता होती है कि उन्हें यात्रा में बेहतरीन खाना परोसा जाए। इस पर उनके सफर का पूरा आनंद टिका होता है।

इसलिए इन विशेष पर्यटन ट्रेनों में कुछ तकनीकी बदलाव किए जा रहे हैं। ये बदलाव पर्यटकों की सुविधा के अनुसार होंगे। इस कोच में सबसे बड़ी सुविधा होगी कि वातानुकूलित कोच नहीं होने के बाद भी इनमें यात्रा आरामदायक होगी। इसके लिए गाड़ी के सोफों में भी बदलाव किए जा रहे हैं। इस गाड़ी में विशेषतौर पर दो रसोई यान (पैंट्री) होंगे। इनमें करीब 800 लोगों के लिए खाना तैयार किया जा सकेगा। रेल अधिकारियों का कहना है कि विशेष डिजाइन के चूल्हे भी रसोई यान में लगाए जा रहे हैं। भ्रमण कराने वाली रेलगाड़ियों में दो रसोई यान लगाने का काम मध्य प्रदेश में किया जाएगा। रसोई यानों में इंडक्शन चूल्हों पर ही खाना तैयार किया जाएगा।