पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की बात करते हुए देशवासियों से भारत में बने सामान का ही ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की अपील की है। स्वामी विवेकानंद की एक टिप्पणी का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘भारतीयों को अपने ही उत्पादों का इस्तेमाल करना चाहिए और उनका बड़े पैमाने पर उत्पादन करना चाहिए ताकि हमारी कला दूसरे देशों तक पहुंच सके।’ इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने एक बार फिर से स्वदेशी का मंत्र दिया। उन्होंने कहा, ‘हर वो चीज, जिसे आयात करने के लिए देश मजबूर है, वो भारत में ही कैसे बने, भविष्य में उन्हीं उत्पादों का भारत निर्यातक कैसे बने, इस दिशा में हमें और तेजी से काम करना है।’
इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने सोलर एनर्जी और रिचार्जेबल बैट्रियों के क्षेत्र में काम करने के लिए भी कारोबारियों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यदि कोरोना वायरस सबसे बड़ा संकट है तो हमें इससे सबसे बड़ी सीख भी लेनी चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के हर नागरिक को इस संकट को अवसर में तब्दील करना होगा। हमें इस संकट को देश के लिए एक बड़े अवसर में तब्दील करना होगा। हमारे लिए यह टर्निंग पॉइंट आत्मनिर्भर भारत का मिशन होगा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश जब 2022 में आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा, तब तक भारत आत्मनिर्भर भारत की ओर मजबूती से आगे बढ़ चुका होगा। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया कोरोना वायरस के संकट से लड़ रही है और भारत भी संघर्ष कर रहा है। लेकिन कुछ और भी मसले हैं। बाढ़, टिड्डी दल, तूफान, छोटे भूकंप और चक्रवात के संकट से हमें जूझना पड़ रहा है। लेकिन भारत इन सभी चुनौतियों से एक साथ निपटने की कोशिश कर रहा है।
पीएम मोदी ने स्थायी विकास का जिक्र करते हुए कहा कि भारत में एक और अभियान अभी चल रहा है- देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने का। इसमें ‘People, Planet और Profit’ तीनों ही विषय जुड़े हुए हैं। खासतौर पर पश्चिम बंगाल के लिए तो ये बहुत ही फायदेमंद है। इससे आपके यहां जूट का कारोबार बढ़ने की संभावना बढ़ती है।