अजय एक भारतीय नागरिक है और उसका बड़ा भाई आकाश स्विट्जरलैंड में काम करता है। इन दोनों की उम्र 30 वर्ष के आसपास ही है। दोनों के ही नाम पर कोई कर्ज नहीं है। अजय और आकाश नई दिल्ली या अहमदाबाद में एक फ्लैट खरीदना चाहते हैं और इस उद्देश्य के लिए होम लोन लेने की जरूरत है। यह इन दोनों में से या संयुक्त रूप से पहली संपत्ति होगी। क्या अजय मैं आकाश ज्वाइंट होम लोन प्राप्त कर सकते हैं? होम लोन ईएमआई पर आधारित टैक्स राहत की गणना कैसे होगी। इस मामले में यह कैसे लागू होगा? क्या ज्वाइंट होम लोन का लाभ उठाना उचित है या इसे इन दोनों में से किसी एक के नाम पर किया जाना चाहिए?
यह सवाल सिर्फ अजय और आकाश के नहीं है। यह उन तमाम युवाओं के सामने हैं जो दो भाई या बहन हैं और अपने आशियाने का सपना देख रहे हैं। लेकिन प्रॉपर्टी की ऊंची कीमत के कारण सिर्फ एक के बस में ईएमआई भरने की हैसियत नहीं है। ऐसे में दो भाई या बहन मिलकर होम लोन की मोटी रकम लेकर एक बड़ा और अच्छा घर खरीदने की प्लानिंग करते हैं। उसके बाद भी उनके सामने कई तरह के सवाल खड़े होते हैं, जिनका जिक्र हमने ऊपर किया है। आखिर इन सवालों का जवाब जानकर किस तरह से देते हैं।
जानकारों का कहना है कि बैंकों के पात्रता मानदंड के अधीन, आपका भाई और आप संयुक्त होम लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। हालांकि ज्वाइंट होम लोन के मामले में ज्यादातर बैंक प्रॉपर्टी के ज्वाइंट ओनरशिप पर जोर देते हैं। वहीं संपत्ति आपके भाई और आपके द्वारा समान हिस्से में सह–स्वामित्व वाली होने की संभावना है, संपत्ति से आय की कर योग्यता भी समान रूप से विभाजित की जाएगी।
यदि संपत्ति आपके अपने निवास के लिए है या आपके भाई के रूप में कब्जा नहीं है और आप कहीं और कार्यरत हैं, तो आपका भाई/आप गृह संपत्ति से हानि के रूप में प्रति वित्तीय वर्ष 2 लाख रुपए तक के आवास ऋण पर ब्याज के लिए कटौती का दावा कर सकते हैं। कटौती उस व्यक्ति के लिए उपलब्ध होगी जिसने ईएमआई का भुगतान किया है। अगर आपके भाई और आप दोनों ने ईएमआई में योगदान दिया है, तो कटौती को योगदान के अनुपात में प्रति व्यक्ति 2 लाख रुपए की सीमा के अधीन किया जाएगा।
इसके अलावा प्रत्येक वित्तीय वर्ष के लिए एक भारतीय बैंक से प्राप्त ऋण के मूलधन के संबंध में, आपका भाई/आप किश्त के आधार पर चुकौती की कटौती का दावा कर सकते हैं, स्टांप शुल्क, पंजीकरण शुल्क और घर प्राप्त करने के लिए अन्य पात्र खर्चों की कुल सीमा 1.5 लाख रुपए की सीमा के अधीन है। लेकिन ऐसी कटौती तभी उपलब्ध होती है जब आपके भाई/आपकी भारत में कर योग्य आय हो। इसके अलावा, बैंकों की अपनी पात्रता मानदंड, संपत्ति की लागत और चुकाने की आपकी क्षमता के आधार पर, आप संयुक्त रूप से या अकेले होम लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।