शेयर मार्केट में अगर आप भी निवेश करते हैं तो आपको सतर्क हो जाने की आवश्यकता है, क्योंकि कई ऐसे स्टॉक हैं, जिसमें पैसा लगाने पर आप कंगाल हो सकते हैं या फिर यूं कहें कि इसमें पैसों का निवेश करने से आप अत्यधिक घाटे में जा सकते हैं। इस तरह के स्टॉक में निवेश करने को लेकर सेबी ने भी निवेशकों को सतर्क किया है।
शेयर बाजार के जानकार और वैल्यू रिसर्च सीईओ धीरेंद्र कुमार का कहना है कि फर्जी शेयर बाजार के सलाहकार लोगों को बड़े लालच देते हैं कि 1 रुपए या 50 पैसे वाले शेयर तेजी से छलांग लगाने वाले हैं और एक से दो महीने में तगड़े रिटर्न देगा। जबकि इन स्टॉक का शेयर बाजार में बढ़ने का कोई चांस नहीं होता है, क्योंकि उस कंपनी का कभी शेयर आया था और अब उसका कारोबार खत्म हो चुका है।
इस तरह के शेयरों में कभी न करें निवेश
धीरेंद्र बताते हैं कि फर्जी सलाहकारों के पास पुराने शेयर पड़े हुए होते हैं, जिनका कारोबार ठप हो चुका है और वे शेयर बाजार में आगे नहीं बढ़ सकते हैं। ऐसे में फर्जी सलाहकार इस तरह के स्टॉक खरीदने के लिए लोगों से कहते हैं। साथ ही वे उनको लालच देते हैं कि उन्हें सिर्फ कुछ ही महीने में लाखों करोड़ों रुपए मिल जाएंगे। हालाकि इस तरह के शेयर खरीदने के बाद निवेशकों का पैसा डूब जाता है। फर्जी सलाहकार सोशल मीडिया, फोन या एसएमएस से निवेश की सलाह देते हैं।
इसके पीछे इनका क्या लाभ
कम पैसे पर फर्जी सलाहकार ऐसे स्टॉक को खरीद चुके होते हैं और बेचने के लिए इसका गलत प्रचार करते हैं और जब लोग इसे खरीदना शुरू करते हैं तो इस स्टॉक का भाव चढ़ता है, लेकिन जब यह इन सलाहकारों के पास से बिक जाता है तो इसके भाव तेजी से गिर जाते हैं।
ये कुछ उदाहरण
इसी तरह का एक उदाहरण इनवेंचर ग्रोथ एंड सिक्योरिटी का है, जिसमें निवेश के लिए कुछ सलाहकारों ने दिसंबर में कहा था, जिसके बाद अगले महीने में यह तीन गुना बढ़ा, लेकिन फरवरी में इसका वैल्यु आधे से भी कम पर आ गया। इसी प्रकार, लासा सुपरजेनेरिक्स के शेयर का भी इतिहास रहा है। ऐसे ही सैकड़ों मामले सेबी के नजर में आ चुके हैं, जिसे लेकर सेबी कड़े कदम उठा रही है।
सेबी का कड़ा कदम
सेबी ऐसे फर्जी सलाहकारों को लेकर सर्च और सीज ऑपरेशन चला रहा है। इसके अलावा प्रेस के माध्यम से लोगों के बीच जागरूकता फैला रहा है। साथ ही डेटा लीक के जरिए धोखेबाजों पर नजर रखे हुए है।