रिटायरमेंट के बाद लोगों को अधिक पैसों की आवश्‍यकता होती है। सरकार और प्राइवेट संस्‍थाओं की ओर से सीनियर सिटीजन के लिए योजनाएं पेश की जाती हैं। इसी के मद्देनजर बैंकों की ओर सीनियर सिटीजन के लिए एफडी स्‍कीम की शुरुआत की गई है। रिटायरमेंट के बाद फंड जुटाने के लिए लोग अलग-अलग तरह की प्‍लानिंग करते हैं, लेकिन अगर आप अधिक फंड जुटाना चाहते हैं तो सोच-समझकर निवेश करना आवश्‍यक है।

अगर आप 1 करोड़ रुपये का कॉपर्स जुटाना चाहते हैं, तो आपको कुछ खास प्‍लानिंग करना चाहिए। यहां बताया गया है कि आप कैसे प्‍लानिंग करके म्‍युचूअल फंड एसआईपी के तहत एक करोड़ रुपये का फंड जुटा सकते हैं।

25 साल के उम्र से निवेश

अगर आप 25 साल आयु के हैं, तो आपके पास रिस्‍क लेने की क्षमता अधिक है। साथ ही आप थोड़ा-थोड़ा निवेश शुरू करके अच्‍छा फंड बना सकते हैं। 25 वर्ष की आयु में फंड जमा करने के लिए आपके पास 35 साल का समय होगा। अगर आप हर महीने 1550 रुपये तक का निवेश करते हैं और 12 प्रतिशत प्रति वर्ष का एवरेज रिटर्न लेते हैं, तो आप 35 साल की आयु में 1 करोड़ रुपये का कोष जमा कर सकते हैं।

आप मिड-कैप और लार्ज-कैप फंडों में इक्विटी म्यूचुअल फंड SIP में 1000 रुपये का निवेश शुरू कर सकते हैं। दोनों में 500 -500 रुपये प्रति माह का निवेश शुरू कर सकते हैं। बाकी बचे 550 रुपये को आप डेट फंड में सपोर्ट कर सकते हैं। ताकि आवश्‍यकता पड़ने पर इसका उपयोग किया जा सके।

30 से 45 वर्ष की आयु में निवेश

अगर इस आयु वर्ग के लोग निवेश की शुरुआत करते हैं तो वह कम से कम 10 प्रतिशत वार्षिक एवरेज रिटर्न के तहत एक करोड़ रुपये का कॉपर्स जमा कर सकते हैं। 25 वर्षों के लिए हर महीने 7500 रुपये का निवेश करना होगा। इक्विटी एसआईपी में निवेश का 50 फीसदी निवेश कर सकते हैं, जिसमें लार्ज और मिडकैप फंड शामिल हैं और बाकी 50 प्रतिशत निवेश डेट फंड में किया जा सकता है।

45 से 55 साल के निवेशक

एक निवेशक इस आयु वर्ग के दौरान अगर 1 करोड़ रुपये का फंड जुटाना चाहता है तो हर महीने 54000 रुपये का निवेश शुरू कर सकता है। इसपर सालाना 8 प्रतिशत रिटर्न की उम्‍मीद भी की जा सकती है।