Public Provident Fund : नौकरीपेशा लोगों में खास तौर से सरकारी स्कीम पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) बेहद पॉपुलर है. इस स्कीम में लोग रिटायरमेंट को ध्यान में रखकर निवेश करते हैं. लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि पिछले 4 साल से पीपीएफ में सरकार ने ब्याज दरों को स्थिर रखा है. वहीं 1 जनवरी 2000 के बाद से ब्याज दरों में करीब 5 फीसदी कमी आई है. फिर भी लंबी अवधि के निवेशक अनुशासित रहकर इसके जरिए 1 करोड़ का फंड जुटा सकते हैं. इस स्कीम में टैक्स का तीन तरह से फायदा मिलता है और यह पूरी तरह से टैक्स फ्री स्कीम है.
आखिरी बार 6 साल पहले बढ़ा था ब्याज
पीपीएफ स्कीम में आखिरी बार 1 अक्टूबर 2018 को ब्याज दरों में बढ़ोतरी हुई थी. तब सरकार ने ब्याज 7.60 फीसदी से बढ़ाकर 8 फीसदी कर दिया था. उसके बाद से इसमें 1 अप्रैल 2020 तक कमी आई. वहीं 1 अप्रैल 2020 के बाद से इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ.
1 जनवरी 2000 के बाद दरों में 5% कमी
पीपीएफ कभी हाई इंटरेस्ट रेट के लिए जाना जाता था. 1 जनवरी से 31 मार्च 2000 के लिए पीपीएफ पर ब्याज दर 12 फीसदी सालाना था. जबकि अप्रैल से जून 2024 के लिए पीपीएफ पर ब्याज दर 7.1 फीसदी (PPF Interest Rate) है. इस लिहाज से तब से अब तक दरों में 4.9 फीसदी कमी आई है.
डिपॉजिट के क्या हैं नियम
एक एडल्ट इंडिविजुअल सिर्फ एक ही PPF अकाउंट खोल सकता है. वहीं एक गार्जियन अपने माइनर बच्चे के नाम पर भी अकाउंट खोल सकता है. यह अकाउंट पोस्ट ऑफिस या किसी बैंक में खोला जा सकता है. PPF अकाउंट 15 साल में मैच्योर होता है.
इस स्कीम में एक वित्त वर्ष में कम से कम 500 रुपये और 1.50 लाख रुपये जमा (PPF Deposit Rules) किया जा सकता है. अकाउंट में जमा पर इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80 सी के तहत टैक्स बेनेफिट भी मिलता है. अगर किसी वित्त वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये जमा नहीं किया जाता है, तो PPF खाता बंद कर दिया जाता है. बंद खाते को डिपॉजिटर द्वारा मैच्योरिटी से पहले न्यूनतम सब्सक्रिप्शन यानी 500 रुपये और हर डिफाल्ट ईयर के लिए 50 रुपये फी जमा करके फिर शुरू किया जा सकता है.
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पीपीएफ से कैसे बनेगा 1 करोड़ का फंड
एक वित्त वर्ष में अधिकतम जमा: 1.50 लाख रुपये
ब्याज दर: 7.1 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग
15 साल बाद मेच्योरिटी पर रकम: 40,68,209 रुपये
कुल निवेश: 22,50,000
ब्याज का फायदा: 18,18,209 रुपये
लेकिन अगर खाते को 2 बार 5 साल के लिए बढ़ाएं
अधिकतम मंथली जमा: सालाना 1.50 लाख
ब्याज दर: 7.1 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग
25 साल बाद मेच्योरिटी पर रकम: 1.03 करोड़ रुपये
कुल निवेश: 37,50,000
ब्याज का फायदा: 65,58,015 रुपये
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पूरी तरह से टैक्स फ्री
पीपीएफ का एक बड़ा आकर्षण यह है कि स्कीम पूरी तरह से टैक्स फ्री है. पीपीएफ खाता “ई-ई-ई” श्रेणी (EEE) में आता है जहां एक वित्त वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक की जमा राशि, हासिल होने वाला ब्याज, मैच्योरिटी अमाउंट भी टैक्स फ्री है.
किनके लिए बेहतर विकल्प
जो निवेशक लंबी अवधि तक निवेश करना चाहते हें, लेकिन बाजार से जुड़े रिस्क नहीं लेना चाहते, उनके लिए यह स्कीम बेहतर है. पीपीएफ गारंटीड रिटर्न की पेशकश करता है. डाकघर की स्कीम होने के नाते इस पर सरकार की सॉवरेन गारंटी मिलती है.
(सोर्स: इंडिया पोस्ट, पीपीएफ कैलकुलेटर)