म्यूचुअल फंड में निवेश का चलन पिछले कुछ समय से बढ़ रहा है। पहली बार निवेश करने वालों के साथ- साथ अब तक केवल छोटी बचत योजनओं में निवेश करने वाले निवेशक भी बड़ी संख्या में अच्छे रिटर्न की आशा में म्यूचुअल फंड की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। म्यूचुअल फंड से अच्छा रिटर्न कमाने के लिए बेहद जरुरी की आप सही स्कीम का चुनाव कर और लंबे समय तक अनुशासित तरीके से निवेश करते रहें। क्योंकि पॉवर ऑफ़ कंपाउंडिंग का फायदा भी लंबे समय तक बाजार में निवेशत रहने पर ही मिलता है। आज हम आपको उन म्यूचुअल फंड स्कीमों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने पिछले 15 सालों में अपने निवेशकों को 4 से 5 गुना तक का रिटर्न दिया है। इन स्कीमों में ज्यादातर फंड ने निवेश मिड और स्मॉल कैप शेयरों में किया है।

कैनरा रोबेको इमर्जिंग इक्विटीज फंड (Canara Robeco Emerging Equities Fund): यह एक लार्ज & मिड कैप श्रेणी का एक म्यूचुअल फंड है। 2018 के मध्य से पहले यह एक मिड और स्मॉल कैप श्रेणी का म्यूचुअल फंड था। यदि किसी ने इस फंड में आज से करीब 15 साल पहले 10 हजार रुपए प्रतिमाह का निवेश किया होता तो उसने कुल 18 लाख का निवेश इस स्कीम में किया होता। तो आज उसका निवेश 92 लाख रुपए का हो चुका है। इस तरह वार्षिक आधार पर  इस फंड में निवेश पर 19.6 फीसदी का  कंपाउंडिंग रिटर्न दिया है।

कोटक स्मॉलकैप फंड (Kotak Smallcap Fund): यह कोटक एएमसी एक स्मॉलकैप फंड है। पिछले 15 सालों की बात करें तो इस फंड ने 19 फीसदी का कंपाउंडिंग रिटर्न दिया है। यदि किसी ने 10 हजार रुपए मासिक आधार पर इस फंड ने निवेश किया होता तो उसने अब तक कुल 18 लाख का निवेश किया होता। वहीं उसका निवेश 87 लाख रुपए का हो चुका होता। इस दौरान स्कीम ने निवेशकों को करीब 5 गुना का रिटर्न दिया है।

इंवेस्को इंडिया मिडकैप फंड (Invesco India Midcap Fund): यह फंड अमेरिका की दिग्गज फाइनेंस कंपनी इंवेस्को द्वारा संचालित किया जाता है। इस फंड ने पिछले दौरान इस फंड ने 18 फीसदी का कंपाउंडिंग रिटर्न दिया है।

यूटीआई मिड कैप फंड (UTI Mid Cap Fund): इस फंड की सरकारी फाइनेंशियल कंपनी यूटीआई एएमसी के द्वारा  चलाया जाता है। पिछले 15 सालों के दौरान इस फंड ने वार्षिक आधार पर 17.5 फीसदी का कंपाउंडिंग रिटर्न दिया है।