शेयर बाजार में उथल-पुथल के बीच, रिटेल निवेशक जमकर सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स (Sectoral and Thematic Funds) में पैसा लगा रहे हैं। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स (Association of Mutual Funds) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स में निवेशकों की ओर से अप्रैल माह में 3843 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है जो सभी नौ प्रकार की इक्विटी म्यूचुअल स्कीम में सबसे अधिक हैं। वहीं, इस बीच पैसिव फंड स्कीम्स में भी करीब 15,887 करोड़ रुपए का निवेश देखने को मिला जबकि सभी इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम्स में करीब 15,890 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है।

सेक्टोरल फंड का क्या है फंडा?: सेक्टोरल फंड को एक हाई रिस्क कैटेगरी वाला फंड माना जाता है जो शेयर मार्केट में केवल एक ही सेक्टर पर निवेश करता है यह इक्विटी फंडों से बिल्कुल अलग होता है जो एक साथ अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइड करके कई सेक्टरों में निवेश करते हैं। सेक्टोरल को एक ही सेक्टर बेस्ट होते हैं जिस कारण उस सेक्टर के अच्छा करने पर यह निवेशकों को बाजार रिटर्न के मुकाबले अधिक देते हैं।

वहीं, अगर जिस सेक्टर में उस फंड का पैसा लगा हुआ है वह अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है तो निवेशकों को नुकसान भी हो सकता है। इस कारण निवेशकों को कहीं भी निवेश करने से पहले उसमें रहने वाले जोखिम को भी जांच और परख लेना चाहिए। ऐतिहासिक रूप से देखा जाए तो सेक्टोरल फंड अक्सर छोटी अवधि में अच्छा रिटर्न देते हैं जबकि लंबी अवधि में वह औसत से कम रिटर्न देते हैं।

मायवेल्थग्रोथडॉटकॉम के को-फाउंडर हर्षद चेतनवाला का कहना है कि सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स जब ही अच्छा रिटर्न देते हैं तब किसी सेक्टर का आउटलुक काफी अच्छा होता है। लेकिन ये फंड केवल सेक्टर बेस्ड होते हैं। अगर मैं सेक्टर अच्छा नहीं करता है तो आपका रिटर्न नेगेटिव भी हो सकता है। ऐतिहासिक रूप से देखा गया है कि निवेशक पिछले रिटर्न देखकर सेक्टोरल फंड में निवेश करते हैं लेकिन यह इन फंड्स में निवेश करने का सही तरीका नहीं है।

चेतनवाला का कहना है कि किसी भी निवेशक के लिए सेक्टोरल फंड की अपेक्षा इक्विटी फंड में निवेश करना अधिक फायदेमंद है क्योंकि वहां पर पेशेवर फंड मैनेजर होते हैं जो बाजार की रिस्क को मैनेज करते हुए एक साथ कई सेक्टरों में निवेश करते हैं। आगे उन्होंने कहा, “सेक्टोरल फंड में इक्विटी फंड के मुकाबले उतार चढ़ाव अधिक रहता है। किसी भी निवेशक का पोर्टफोलियो में अधिक निवेश इक्विटी फंड्स में होना चाहिए यदि आप सेक्टोरल फंड में निवेश ही करना चाहते हैं तो यह आपके पोर्टफोलियो का 5 से 10 फीसदी से अधिक नहीं होना चाहिए।”