बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) न केवल सीनियर सिटीजंस के बीच काफी पॉपुलर इंवेस्टमेंट प्रोडक्ट बना हुआ है, वहीं वो लोग भी इसमें निवेश करते हैं जो गारंटीड रिटर्न और इक्विटी मार्केट का जोखिम नहीं उठा सकते हैं। जानकारों की मानें तो एफडी में ओवर-एक्सपोज़र अच्छा नहीं है, और आपको यह तय करने के लिए अपने एसेट एलोकेशन और टारगेट का असेसमेंट करना होगा कि आपको उनमें कितना पैसा लगाना चाहिए।
उदाहरण के लिए, आपके बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए एफडी के माध्यम से 15 साल की बचत प्रभावी नहीं हो सकती है, क्योंकि एफडी की पोस्ट टैक्स इंट्रस्ट रेट आपको वास्तविक रिटर्न नहीं दे सकती है, लेकिन यदि आप दो साल में छुट्टी लेने की योजना बनाते हैं तो एफडी मदद कर सकती है। फिक्स्ड डिपॉजिट चुनने से पहले, आपको ब्याज़ दरों की तुलना करनी चाहिए। यहां उन बैंकों की लिस्ट दी गई है जो विभिन्न टेन्योर में 1 करोड़ रुपए तक की जमा राशि के लिए हाइएस्ट FD रेट्स ऑफर कर रहे हैं।
एक करोड़ रुपए की फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाला ब्याज दर
बैंक का नाम एवं टेन्योर | 6 से 12 महीने | एक से 2 साल से कम | 2 से 3 साल से कम | 3 से 5 साल से कम | 5 साल से ज्यादा |
यस बैंक | 5 से 5.25 फीसदी | 5.75 से 6 फीसदी | 6 फीसदी | 6.25 फीसदी | 6.50 फीसदी |
आरबीआएल बैंक | 4.5 से 5.40 फीसदी | 6.10 फीसदी | 6.30 फीसदी | 6.30 फीसदी | 6 से 6.50 फीसदी |
डीसीबी बैंक | 5.45 फीसदी | 5.30 से 5.95 फीसदी | 5.50 फीसदी | 5.95 फीसदी | 5.95 फीसदी |
एक्सिस बैंक | 4.40 फीसदी | 5.10 से 5.25 फीसदी | 5.50 फीसदी | 5.40 फीसदी | 5.75 फीसदी |
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक | 4.50 से 5.25 फीसदी | 5.50 फीसदी | 5.50 से 5.75 फीसदी | 5.75 से 6 फीसदी | 5.75 से 6 फीसदी |
फेडरल बैंक | 3.75 से 4.40 फीसदी | 5.10 से 5.35 फीसदी | 5.35 फीसदी | 5.35 फीसदी | 5.60 फीसदी |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 4.30 से 4.40 फीसदी | 5 से 5.20 फीसदी | 5.20 से 5.40 फीसदी | 5.40 से 5.50 फीसदी | 5.50 से 5.60 फीसदी |
इंडसइंड बैंक | 4.25 से 5.50 फीसदी | 6 फीसदी | 6 फीसदी | 6 फीसदी | 5.50 से 6 फीसदी |
एसबीआई | 4.40 फीसदी | 5 फीसदी | 5.10 फीसदी | 5.30 फीसदी | 5.40 फीसदी |
आईसीआईसीआई बैंक | 3.50 से 4.40 फीसदी | 4.90 से 5 फीसदी | 5 से 5.15 फीसदी | 5.15 से 5.35 फीसदी | 5.35 से 5.50 फीसदी |
एफडी की विशेषताएं और लाभ
- एफडी की निवेश अवधि सात दिनों से लेकर दस साल तक होती है, और यह सभी बैंकों में अलग-अलग होती है।
- निवेश पर रिटर्न समय-समय पर कंपाउंटिंग होता है, यह मासिक, तिमाही या वार्षिक हो सकता है।
- वरिष्ठ नागरिकों को नियमित ग्राहकों की तुलना में 0.5 फीसदी अधिक रिटर्न प्रदान किया जाता है।
- पेनाल्टी के साथ पार्शियल और प्रीमेच्योर विड्रॉल की सुविधा दी जाती है।
- टैक्सपेयर्स इनकम टैक्स एक्ट, 1961 की धारा 80सी के तहत टैक्स बचाने के लिए टैक्स सेविंग एफडी में निवेश कर सकते हैं।
- एफडी अकाउंट के मेच्योर होने पर, निवेशक इस राशि को दूसरी अवधि के लिए फिर से निवेश कर सकते हैं।
- एफडी पर निवेशकों को लोन भी अवेलेबल होता है।
- यदि वे विस्तारित अवधि के लिए निवेश करते हैं तो निवेशक उच्च रिटर्न अर्जित करेंगे।
- यहां पर गारंटीड रिटर्न का आश्वासन दिया जाता है क्योंकि यह म्यूचुअल फंड की तरह शेयर बाजार जोखिम के अधिन नहीं होते हैं।
- निवेश सुरक्षित है क्योंकि बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान हमेशा भारतीय रिजर्व बैंक के दायरे में होते हैं।
- चक्रवृद्धि ब्याज आपके निवेश को बहुत तेज दर से बढ़ाता है।
- समय से पहले निकासी की अनुमति है, इसलिए संकट के समय आपके पास हमेशा वापस आने के लिए एक कोष होगा।