देश की बेटियों को आगे बढाने के लिए देश में कई तरह की योजनाएं हैं। ऐसी ही एक योजना है कन्य सुमंगला योजना। जिसे उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से लागू किया हुआ है। इस योजना की खासियत यह है कि बेटी के पैदा होने से लेकर उसके ग्रेजुएट होने तक बेटी को 15 हजार रुपए की राशि मिलती है। जो बेटी के 18 साल के पूरा होने से पहले माता के अकाउंट में रकम जाती है।
प्रदेश सरकार की ओर से इस योजना को लाने का मुख्य कारण था रुपयों की कमी होने की वजह से पढाई से महरूम ना होना पडे। सरकार बेटियों की पढाई पूरी होने के बाद नौकरी दिलाने में भी मदद करती है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर इस योजना को कौन कौन ले सकता है। साथ ही कैसे इस योजना का लाभ लिया जा सकता है।
कन्या सुमंगला योजना क्या है : इस योजना के तहत प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बेटियों को मदद की जाती है। योजना में बेटियों की शिक्षा और उनके फ्यूचर को सिक्योर करने के लिए हर संभव मदद करती है। इस योजना के तहत बेटियों की एजुकेशन ओर हेल्थ दोनों का ख्याल रखा जाता है। आंकडों के अनुसार योगी सरकार ने 2019-20 में कन्या सुमंगला योजना के लिए 1200 करोड़ रुपए का बजट जारी किया था। यह योजना बेटियों की शिक्षा पर जोर देती है। इस योजना के लाभार्थियों के अकाउंट में रुपया डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर होता है।
किन लोगों को मिलता है इस योजना का लाभ : – जिन परिवारों की आय अधिकतम सिर्फ 3 लाख रुपए है।
– मूलरूप से उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए, साथ ही स्थाई निवास प्रमाण पत्र होना चाहिए।
– एक परिवार की दो बेटियों को इस स्कीम का लाभ मिल सकता है।
– अगर किसी महिला को जुड़वां बच्चियां होती हैं और इसके बाद तीसरी संतान भी बेटी होती है, तो तीसरी बेटी को भी इस योजना का लाळा मिलेगा।
स्थाई निवास प्रमाण पत्र में कौन से डॉक्युमेंट्स हैं शामिल : – राशन कार्ड शामिल होता है।
– आधार कार्ड भी स्थाई प्रमाण पत्र की श्रेणी में आते हैं।
– वोटर आईडी को भी स्थाई प्रमाण में रखा जाता है।
– बिजली के बिल में जो पता होता है उसे भी स्थाई प्रमाण पत्र में रखा गया है।
– घर का टेलीफोन नंबर का बिल भी स्थाई प्रमाण पत्र के रूप में मान्य होगा।
6 चरणों में रुपया होता है ट्रांसफर : – पहले चरण में बेटी के जन्म पर 2 हजार रुपए मिलते हैं।
– दूसरे चरण में बेटी के वैक्सीनेशन के दौरान एक हजार रुपए की मदद की जाती है।
– तीसरे चरण में जब बेटी पहली कक्षा में आती है तो दो हजार रुपए दिए जाते हैं।
– चौथे चरण के तहत बेटी के छठी क्लास आने पर 2 हजार रुपए दिए जाते हैं।
– पांचवें चरण में बेटी के 9वीं कक्षा में आने पर 3 रुपए की मदद की जाती है।
– आखिरी चरण में 12 वीं कक्षा पास करने के बाद स्नातक या दो साल के डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन लेने पर 5 हजार रुपए की मदद दी जाती है।
इस तरह से लिया जा सकता है फायदा : जब तक बेटी वयस्क नहीं हो जाती तब तक रुपया मां के अकाउंट में ट्रांसफर की जाएगी।
– माता के निधन होने पर राशि को पिता के अकाउंट में ट्रांसफर किया जाएगा।
– माता-पिता दोनों की मौत होने पर बेटी के अकाउंट में डायरेक्ट राशि ट्रांसफर की जाएगी।
– योजना में आवेदन वेबसाइट http://www.mksy.up.gov.in पर ऑनलाइन किया जा सकता है।
– जो लोग ऑनलाइन आवेदन के लिए जनसुविधा केंद्र/सीएससी सेंटर नहीं जा सकते हैं वो फॉर्म भरकर खंड विकास अधिकारी, एसडीएम, जिला परिवीक्षा अधिकारी, उपमुख्य परिवीक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा कर सकते हैं।