घर खरीदना लोगों के लिए सपने जैसा होता है। लोग अपने बचत के पैसे और होम लोन के जरिए घर खरीदते हैं। होम लोन के जरिए घर खरीदने वाले लोगों को कई बार लगता है कि उनसे ज्यादा ब्याज वसूला जा रहा है और उन्हें ठीक ठाक ऑफर नहीं मिल रहा है। जिसकी वजह से कई लोग अपने होम लोन को ट्रांसफर कराना चाहते हैं। हालांकि होम लोन ट्रांसफर कराने से पहले कुछ बातों का ख्याल जरूर रखा जाना चाहिए। नहीं तो ऐसी स्थिति में जरा सी चूक भी भारी पड़ जाती है।
अपने होम लोन को मौजूदा बैंक से किसी दूसरे बैंक में ट्रांसफर कराने से पहले ब्याज दरों के बारे में जानकारी इकट्ठी करनी चाहिए। अगर आपके मौजूदा बैंक के होम लोन रेट और दूसरे बैंक के होम लोन रेट में 0.25 प्रतिशत या उससे अधिक का अंतर है तो इस स्थिति में भी होम लोन ट्रांसफर कराया जा सकता है। इस स्थिति में आप होम लोन के रूप में बैंक को चुकाए जाने वाले रकम में अच्छी खासी बचत कर सकते हैं।
इसके अलावा होम लोन की किस्त के समय अवधि पर भी ध्यान देना जरूरी होता है। अगर आपके होम लोन की बकाया राशि अधिक है और आप इसकी ईएमआई को लंबे समय तक देना चाहते हैं तो आपको होम लोन ट्रांसफर की स्थिति में लाभ हो सकता है। लेकिन अगर आप एक या दो साल के लिए होम लोन ट्रांसफर कराना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको ज्यादा फायदा नहीं होगा।
इसके अलावा होम लोन ट्रांसफर के दौरान प्रोसेसिंग फ़ीस, आवेदन शुल्क के अलावा कई और शुल्क भी होते हैं जो आपके मौजूदा बैंक और नए बैंक के द्वारा वसूले जाते हैं। ऐसी स्थिति में आप इन सभी खर्चों को जोड़कर मौजूदा लोन से इसकी तुलना करके यह देख सकते हैं कि आपके लिए लोन ट्रांसफर कराना फायदेमंद है या नहीं। इसके अलावा अपने मौजूदा बैंक को भी ब्याज दर घटाने के लिए कह सकते हैं। कई बार बैंक समय पर ईएमआई चुकाने वाले ग्राहकों को ब्याज दर में छूट देते हैं।
होम लोन ट्रांसफर के जरिए आप फेस्टिव सीजन में कम ब्याज दर का फायदा उठा सकते हैं। इससे आपका EMI कम होता है। लोन ट्रांसफर से आप टॉप अप का फायदा भी उठा सकते हैं। आप इसका उपयोग आप किसी भी खर्च के लिए कर सकते हैं। अगर आप होम लोन ट्रांसफर करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए पहचान प्रमाण, एड्रेस प्रूफ, सैलरी स्लिप और बीते 6 महीनों का बैंक अकाउंट जैसे कई दस्तावेजों की जरूरत पड़ सकती है।