अक्टूबर का महीना कई मायनों में खास रहा। जहां शेयर बाजार ने नई ऊंचाई को छुआ। वहीं दूसरी और शेयर बाजार के छोटे निवेशकों को भारी फायदा भी हुआ। लेकिन महीने के आखिरी कारोबारी दिनों में शेयर बाजार को वहीं लाकर खड़ा कर दिया है, जहां से इस महीने में बाजार ने शुरूआत की थी। इस दौरान बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 2000 से ज्यादा अंकों तक गिरा। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 करीब 600 अंकों तक नीचे गिरा। खास बात तो ये है कि इस दौरान बाजार निवेशकों को 6.15 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो गया।
सेंसेक्स में बड़ी गिरावट
अगर बात पहले सेंसेक्स की करें तो आखिरी के तीन कारोबारी दिनों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। 26 अक्टूबर को बाजार बंद होने के बाद सेंसेक्स61350.26 अंकों पर बंद हुआ था। उसके बाद से लगातार इसमें गिरावट देखने को मिली। 29 अक्टूबर को बाजार बंद होने के बाद सेंसेक्स 59306.93 अंकों पर बंद हुआ। इसका मतलब है कि इस दौरान सेंसेक्स 2043 अंकों तक गिर गया। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में शेयर बाजार में और भी मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है।
निफ्टी में भी गिरावट
वहीं दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 में करीब 600 अंकों गिरावट देखने को मिल चुकी है। आंकड़ों के अनुसार 26 अक्टूबर को निफ्टी 50 18268.40 अंकों पर बंद हुआ था। उसके बाद निफ्टी 29 अक्टूबर को 17,671.65 अंकों पहुंचकर बंद हुआ है। इसका मतलब है कि इस दौरान निफ्टी में करीब 597 अंकों की गिरावट देखने को मिल चुकी है। जिसके आगे भी गिरने के आसार दिखाई दे रहे हैं।
निवेशकों को 6.15 लाख करोड़ रुपए का नुकसान
वहीं बात निवेशकों की बात करें तो उनका नुकसान और फायदा बीएसई के मार्केट कैप से जुड़ा हुआ होता है। अगर बात मार्केट कैप में तेजी आती है तो निवेशकों को फायदा होता है और गिरावट आती है तो नुकसान का संकेत है। बीते तीन कारोबारी सत्रों में बीएसई में गिरावट के कारण मार्केट कैप एक महीने के निचले स्तर पर आ गया है। 26 अक्टूबर की बात करें तो बीएसई का मार्केट कैप 2,65,36,041.60 करोड़ रुपए था, जो 29 अक्टूबर को 2,59,20,458.07 करोड़ रुपए पर आ गया। इस मतलब है कि इस दौरान निवेशकों को 6,15583.53 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।