पोस्ट ऑफिस की सभी स्कीम लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। इन छोटी, लेकिन बड़ा रिटर्न देने वाली योजनाओं से देश के बड़े बड़े नेता भी अछूते नहीं है। फिर चाहे वो पोस्ट ऑफिस की पीपीएफ स्कीम हो, या फिर किसान विकास पत्र। यहां तक की देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पोस्ट ऑफिस की स्कीम में निवेश किया हुआ है। इस बात का जिक्र उन्होंने अपने 2019 के चुनावी एफिडेविट में किया है। एफिडेविट के अनुसार उन्होंने कुल 7,61,466 रुपए का निवेश किया हुआ है। इस योजना की खासियत ये है कि पांस साल की इस स्कीम में आपको 6.8 फीसदी का रिटर्न मिलता है, जोकि फिक्स्ड डिपॉजिट से ज्यादा है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर यह योजना क्या है और इस योजना से आपको किस तरह का बेनिफिट मिलता है।
क्या है एनएससी स्कीम
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट यानी एनएससी भारत सरकार की गारंटीड इनकम इंवेस्टमेंट स्कीम है, जिसे आप किसी भी पोस्ट ऑफिस ब्रांच में जाकर निवेश कर सकते हैं। यह एक तरह का सेविंग बांड है, जो कस्टमर्स को दिए जाते हैं। इनमें रुपया लगाने वालों को टैक्स सेविंग में भी मदद मिलती है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड और पोस्ट ऑफिस एफडी जैसे स्कीम की तरह यह भी गारंटीड और लो रिस्क प्रोडक्ट है। इस योजना में अपने नाम से नाबालिग के लिए या फिर अपने लाइफ पार्टनर के साथ ज्वाइंटली भी निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम की मेच्योरिटी लिमिट पांच साल है और इसमें निवेश की कोई सीमा नहीं है। वैसे आपको सालाना 1.5 लाख रुपए तक के निवेश पर ही आयकर की धारा 80 सी के तहत टैक्स छूट मिल सकती है। एनएससी में आपको सालाना 6.8 फीसदी रिटर्न मिलता है।
ये लोग कर सकते हैं इंवेस्टमेंट
- इस योजना में कोई भी भारतीय निवेश कर सकता है।
- एनएससी स्कीम देश की सभी पोस्ट ऑफिस ब्रांच में अवेलेबल है। ऐसे में देश के किसान से लेकर कोई भी निवेश कर सकता है।
- इस योजना में हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ) और ट्रस्ट निवेश नहीं कर सकते हैं।
- इसके अलावा अनिवासी भारतीय (एनआरआई) भी एनएससी में रुपया नहीं लगा सकते हैं।
क्या है विशेषताएं और किस तरह के मिलते हैं फायदे
- यह योजना निवेशकों के लिए 6.8 फीसदी की दर से गारंटीड रिटर्न दे रही है।
- इस योजना में निवेश करने पर आप सालाना 1.5 लाख रुपए के निवेश पर धारा 80सी के टैक्स सेविंग का दावा कर सकते हैं।
- इस योजना में आप 1000 रुपए से शुरुआत कर सकते हैं और अधिकतम की कोई सीमा नहीं है।
- इस योजना में आपको 6.8 फीसदी की ब्याज दर के साथ कंपाउडिंग का भी फायदा मिलता है।
- इस योजना की मेच्योरिटी लिमिट पांच साल है।
- इस योजना के माध्यम से किसी भी बैंक या एनबीएफसी के थ्रू लोन भी ले सकते हैं।
- यह योजना देश के किसी भी ब्रांच में ट्रांसफर कराई जा सकती है।
- इस योजना में निवेश परिवार के किसी भी सदस्य को नॉमिनेशन बना सकते हैं। फिर चाहे वो नाबालिग ही क्यों ना हो।
- मैच्योरिटी पर, आपको पूरी मैच्योरिटी वैल्यू मिलेगी। एनएससी भुगतान पर कोई टीडीएस नहीं है, ग्राहक को उस पर लागू टैक्स का भुगतान करना होगा।
- इस योजना में किसी निवेशक की मृत्यु या अदालत के आदेश के बाद समय से पहले निकासी की जा सकती है।