Personal Finance: देश में तेजी से लोगों के बीच पर्सनल लोन लेने का चलन बढ़ता जा रहा है। लोग कई बार केवल अपनी निजी जरूरतों का पूरा करने के लिए बैंक या फिर एनबीएफसी से लोन लेते हैं, जिसका परिणाम होता है कि वे कई बार कर्ज से जाल में फंस जाते हैं और अपने कर्ज को चुका नहीं पाते हैं। आज हम ऐसे स्टार्टअप के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपके लोन को निपटाने में मदद करता है। FREED एक नई स्टार्टअप कंपनी है, जो किसी व्यक्ति को पर्सनल लोन ना चुका पाने की स्थिति में उसके समाधान के लिए कार्य करता है।
कैसे काम करता है FREED?
FREED अपने ग्राहकों की ओर से लोन देने वाली कंपनियों से बातचीत करता है। कंपनी का कहना है कि लोन न चुकाने वाले ग्राहकों को नियमों के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है। वह उन्हें लोन वसूलने के नियम में बारे में बताता है। इसके साथ ही वह ग्राहकों की ओर से रिकवरी एजेंट्स से भी बातचीत करता है, जिससे लोन का भुगतान किया जा सकता है।
कंपनी ने बताया कि वह तक कुल 13 करोड़ रुपए के लोन का निपटारा करवा चुकी है। वहीं, अब तक कर्ज को लेकर 45,000 ग्राहकों को सलाह उपलब्ध करवाई है। इसके साथ कंपनी 400 करोड़ के रिटेल लोन की हैंडलिंग कर रही है। इसके साथ कंपनी पर्सनल लोन देने वाली कंपनियों की भी मदद कर रही है।
कंपनी के संस्थापक और सीईओ रितेश श्रीवास्तव का कहना है कि देश में पर्सनल लोन का कुल डिफ़ॉल्ट 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक है। मौजूदा समय में लोन डिफ़ॉल्ट करने वाले ग्राहकों का रिकवरी एजेंट उत्पीड़न करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि दूसरी तरफ लोन देने वाली कंपनियां केवल अपने लोन अमाउंट का 20 फीसदी ही वसूल पाते हैं, जिसके कारण समस्या और भी बढ़ी हो जाती है। FREED वसूली में मदद करता है और उधारकर्ता को एक अलग खाते में कुछ पैसे अलग रखने में मदद करता है और एक बार जब वे कम से कम 25% ऋण को अलग करने में कामयाब हो जाते हैं, तो यह उधारदाताओं के साथ बातचीत शुरू करता है।