कोरोना काल में पर्सनल लोन से ज्यादा गोल्ड लोन की डिमांड देखने को मिली। इसका कारण भी है, आम लोगों ने पर्सनल लोन का बोझ बढ़ाने की जगह घरों में रखे गोल्ड पर लोन लेना ज्यादा बेहतर समझा। ताकि लोन ना चुकाने की स्थिति में गोल्ड को बेचकर बैंक अपना रुपया निकाल सके। कोरोना काल में तो सरकार ने इसमें ब्याज दरों पर छूट भी दी थी, जोकि एक सीमित समय के लिए थी। मौजूदा समय में गोल्ड लोन गोल्ड की कुल कीमत का 75 फीसदी की मिलता है।
7.50 से 27 फीसदी तक ब्याज दरें
कोरोना के इस मौजूदा दौर में कई बैंकों ने गोल्ड लोन की अपनी ब्याज दरों को थोड़ा कम ही रखा हुआ है। ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा गोल्ड लोन की ओर आकर्षित हो सकें। मौजूदा समय में कई बैंक और एनबीएफसी ने गोल्ड लोन की न्यूनतम दरों को 7.50 फीसदी और अधिकतम दरों को 27 फीसदी तक रखा हुआ है। ऐसे में आपका सिबिल स्कोर तय करता है कि आपको किस ब्याज पर गोल्ड लोन मिलेगा। जिनका जितना बेहतर सिबिल होगा उतने कम ब्याज दरों पर गोल्ड लोन मिलेगा।
कितनी चुकानी होगी ईएमआई
अगर किसी ने 2 लाख रुपए का गोल्ड लोन लिया है और उसका टेन्योर 2 साल रखा है तो उसकी ईएमआई बैंक की ओर से आवेदक को दी जाने वाली ब्याज दरें तय करेंगी। मौजूदा समय में एसबीआई 7.50 फीसदी की ब्याज दर पर गोल्ड लोन दे रहा है। ऐसे में 2 लाख का लोन और 2 साल के टेन्योर को देखा जाए तो महीने की ईएमआई 9,000 रुपए बनेगी। वहीं मुथूट फाइनेंस की बात करें तो 12 से 27 फीसदी तक की ब्याज दर क हिसाब से समान लोन अमाउंट और टेन्यार पर मंथली ईएमआई 9,415 से 10,876 रुपए बनेगी।
2 लाख का गोल्ड लोन 2 साल में कितने रुपए होगी ईएमआई
बैंक या एनबीएसफसी का नाम | गोल्ड लोन की सालाना ब्याज दरें (फीसदी में) | मंथली ईएमआई (रुपए में) |
आईसीआईसीआई बैंक | 10 से 19.76 | 9229 से 10156 |
एक्सिस बैंक | 12.50 से 17.50 | 9461 से 9937 |
एचडीएफसी | 9.50 से 17.15 | 9183 से 9903 |
केनरा बैंक | 7.65 | 9014 |
मुथूट फाइनेंस | 12 से 27 | 9415 से 10876 |
एसबीआई | 7.50 | 9000 |
कोटक महिंद्राा | 10 से 17 | 9229 से 9888 |
इंडसइंड बैंक | 10.50 से 16 | 9275 से 9793 |
पीएनबी | 8.75 से 9 | 9114 से 9137 |
बैंक ऑफ बड़ौदा | 9.1 से 9.25 | 9146 से 9160 |
गोल्ड लोन लेते समय इन बातों का रखें ध्यान
- गोल्ड लोन लेने के पहले कई बैंकों/एनबएफसी की ब्याज दरों की आपस में तुलना करें।
- किसी तरह का हिडेन चार्ज तो नहीं लग रहा इस बात का जरुर पता करें।
- प्री-पेमेंट, प्रोसेसिंग फीस और री-पेमेंट चार्ज के बारे में जरुर पूछें।
- ज्वैलरी स्वैपिंग और दूसरे तरह की जोखिम की जानकारी लें।
- समय पर कर्ज नहीं चुकाने पर कर्जदाता को सोना बेचने का अधिकार होता है, इसके बारे में भी पूछे।