विदेशी बाजारों से लेकर भारत बाजार तक सोना और चांदी की कीमत में अच्छी गिरावट देखने को मिल चुकी है। आंकड़ों की मानें तो जून के महीने में सोना 2400 रुपए प्रति दस ग्राम और चांदी 4000 रुपए प्रति किलोग्राम तक सस्ता हो चुका है। जानकारों के अनुसार डॉलर में मजबूती और डिमांड में कमजोरी को इसका कारण माना जा रहा है। वहीं उनका यह भी कहना है कि सोना और चांदी में लेवल पर आ गए हैं। निवेश के लिए बेहतर समय है।
पहले बात विदेशी बाजारों की बात करें तो जून के महीने में करीब 150 डॉलर प्रति ओंस तक टूट चुका है। 31 मई को सोने के दाम कॉमेक्स पर 1915 डॉलर पर थे जो आज 1777 डॉलर प्रति ओंस पर आ गए हैं। वहीं गोल्ड स्पॉट के दाम 1781 डॉलर प्रति ओंस पर हैं। वहीं बात चांद की बात करें तो 31 मई को 28 डॉलर से ज्यादा पर कारोबार कर रही थी जो आत गिरकर 26 डॉलर पर आ गई है। यानी जून के महीने में चांदी के दाम 2 डॉलर प्रति ओंस से ज्यादा कम हुए हैं। जबकि सिल्वर स्पॉट के दाम भी 26.10 डॉलर प्रति ओंस पर हैं।
भारत में सोने की कीमत में गिरावट : भारत के वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी इंडेक्स में जून के महीने में काफी गिरावट आ चुकी है। 31 मई 2021 को जब बाजार बंद हुआ था तो सोना 49,349 रुपए प्रति दस ग्राम पर था। जबकि शुक्रवार को जब बाजार बंद हुआ तो सोने के दाम 46,950 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ चुके हैं। यानी जून के महीने में सोना 2400 रुपए प्रति दस ग्राम तक सस्ता हो चुका है। जानकारों की मानें तो जून के महीने में यह और सस्ता हो सकता है।
चांदी की कीमत में गिरावट : वहीं बात चांदी की कीमत की करें तो मल्टी कमोडिटी इंडेक्स में चांदी के दाम में भी गिरावट देखने को मिली है। 31 मई को जब बाजार बंद हुआ था तो चांदी के दाम 71,898 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए थे। जबकि शुक्रवार को जब बाजार बंद हुए थे तो दाम 67,873 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए। यानी जून के महीने में चांदी 4025 रुपए प्रति किलोग्राम सस्ती हो चुकी है।
क्या कह रहे हैं जानकार : केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार आने वाले दिनों में सोना और चांदी की कीमत में तेजी देखने को मिल सकती है। उनका कहना क्रिप्टोकरेंसी का नेगेटिव सेंटीमेंट गोल्ड मेटल के लिए पॉजिटिव साबित हो सकता है। वहीं दूसरी ओर इक्विटी मार्केट भी ओवरवैल्यूड हो चुके हैं। जिसकी वजह से सोने में निवेश की संभावनाएं देखने को मिल रही हैं।