मार्केट में ऐसे फाइनेंश‍ियल असेट्स हैं जो कम जोख‍िम के अच्‍छा रिटर्न देते हैं। जैसे कि डेट फंड जो ऐसे बांड में निवेश करते हैं, जिनमें जोख‍िम ना के बराबर होता है और फ‍िक्‍स्‍ड डिपॉजिट से ज्‍यादा रिटर्न देते हैं। वास्‍तव में फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट की ब्‍याज दरें काफी कम हो गई हैं। हालिया रिपोर्ट में अर्थशास्त्रियों का भी कहना है बैंकों में जमा रुपया नेगेटिव रिटर्न के पैटर्न पर आ गया है। ऐसे में ऐसे डेट फंड निवेश कररना ज्‍यादा बेहतर है, जि‍नमें कम जोख‍िम के साथ रिटर्न भी एफडी से ज्‍यादा देते हों।

जिन लोगों को है एफडी से बेटर रिटर्न की तलाश
इन फंड्स की सबसे बड़ी खास‍ियत यह है कि इनके पोर्टफोलिया में गवर्नमेंट सिक्‍योरिटीज, पीएसयू बांड और स्‍टेट डेवलपमेंट लोन शामिल हैं। इन सभी में क्रेडिट रिस्‍क काफी कम होता है। जानकारों की मानें तो ये प्रोडक्‍ट ऐसे निवेशकों के लिए हैं जो बैंक की फिक्‍स्‍ड डि‍पोजिट से ज्‍यादा कमाई की तलाश में पांच साल से अधिक समय तक निवेश करने को तैयार हैं।

एफडी के मुकाबले ज्‍यादा रिटर्न
फिडक्‍स्‍ड डिपोजिट की ब्‍याज दरों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। 2011 से 2021 तक के बीच में 5 साल पर एफडी की दरें सवा 9 फीसदी से 5 फीसदी पर आ गई हैं। जबकि इंफ्लेशन रेट 6 फीसदी से ऊपर है। ऐसे में एफडी अब नेगेटिव रिटर्न के पैटर्न पर आ गया है। 6 साल की एफडी पर 5.9-6.3 फीसदी तक कमाई करा सकती हैं। वहीं दूसरी ओर 5 से 6 साल तक के बांड शॉर्ट टर्म बांड की तुलना में 150 से 200 बेसिस प्‍वाइंट्स ज्‍यादा रिटर्न दे सकते हैं। से-जैसे यील्ड बढ़ेगी, वे लॉन्ग टर्म की तुलना में शॉर्ट टर्म मैच्योरिटी सेगमेंट में तेजी से बढ़ेंगे, इस तरह लॉन्ग टर्म बॉन्ड्स पर एमटीएम (मार्क टू मार्केट) का असर कुछ हद तक कम होगा। ऐसे टारगेट मैच्योरिटी फंड में निवेशक जो अगले 5-6 साल में मैच्योर हो जाते हैं, वे 5.9 फीसदी और 6.3 फभ्‍सदी के बीच कमाई कराकर दे सकते हैं।

टैक्‍स भी लगाता है कम
साथ ही इन फंडों से मिलने वाले रिटर्न पर कम दरों पर टैक्स लगता है। अगर आप इन योजनाओं को तीन साल से अधिक समय तक रखते हैं तो आपको लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ पर इंडेक्सेशन का लाभ मिलता है। जबकि एफडी पर अर्जित ब्याज पर आपकी स्लैब दरों के अनुसार कर लगाया जाता है, डेट फंड से लांग टर्म कैपिटल गेन पर आपकी परचेज वैल्‍यू को इंफ्लेशन लिए ऊपर की ओर समायोजित करने के बाद 20 फीसदी टैक्‍स लगाया जाता है, इस प्रोसेस को इंडेक्सेशन कहते हैं।

इन फंड में कर सकते हैं निवेश
इस श्रेणी के कुछ फंड जिनपर दाव लगाया जा सकता है उनमें एडलवाइस निफ्टी पीएसयू बॉन्ड प्लस एसडीएल इंडेक्स फंड 2026 है जिसमें 5.90 फीसदी का रिटर्न मिल रहा है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल पीएसयू बॉन्ड प्लस एसडीएल 40:60 इंडेक्स फंड, जो सितंबर 2027 में छह साल के टेन्‍यार के साथ मेच्‍योर होगा, जिसका रिटर्न 6.25 फीसदी है। आदित्य बिड़ला सन लाइफ निफ्टी एसडीएल प्लस पीएसयू बॉन्ड सितंबर 2026 60:40 इंडेक्स फंड का एनएफओ 5.93 फीसदी है।