सेबी की ओर से इनसाइडर ट्रेडिंग रेग्‍युलेशन के कई नियमों को बदल दिया गया है। ऐसे में इनसाइडर ट्रेडिंग करने वालों पर सख्‍त कदम उठाने भी शुरू कर दिए हैं। सेबी की ओर से जबरदस्‍त इनाम की घोषणा की गई है। सेबी की ओर से ऐलान किया गया है कि कोई भी इनसाइडर ट्रेडिंग करने वाले का नाम बताएगा उसे 10 करोड़ रुपए का इनाम दिया जाएगा। आपको बता दें क‍ि बीते कुछ समय से इनसाइडर ट्रेडिंग को लेकर कई तरह की खबरें उड़ रही हैं।

जि‍से खत्‍म करने की जिम्‍मेदारी खुद सेबी ने उठाई है। इनसाइडर ट्रेडिंग पर लगाम लगाने के लिए सेबी ने बोर्ड मीटिंग में ये फैसला लिया है कि रिवॉर्ड को बढ़ाने और इसके भुगतान की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए बोर्ड ने रेग्‍युलेशन में संशोधनों की स्वीकृति दी है। अब सेबी को इनसाइडर ट्रेडिंग के बारे में सूचना देने वालों को 10 करोड़ रुपए तक का इनाम मिलेगा।

क्‍या होती है इनसाइडर ट्रेडिंग : इसे भेदिया कारोबार भी कहते हैं। इंवेस्‍टर्स के हितों को ध्यान में रखते हुए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी ने इनसाइडर ट्रेडिंग पर सख्ती से रोक लगाई है। वास्‍तव में किसी कंपनी के मैनेज्‍मेंट से जुड़ा कोई आदमी अंदरूनी जानकारी के आधार पर शेयर खरीदता और बेचता है और उससे मुनाफा कमाता है उसे इनसाइडर ट्रेडिंग कहते हैं। ऐसे में निवेशकों को नुकसान भी उठाना पड़ता है।

सेबी का सख्‍त रवैया : इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले में कुछ समय से सेबी का रुख काफी सख्‍त देखने को मिला है। सार्वजनिक न होने वाले यूपीएसआई का दुरुपयोग कर शेयर बाजार में अवैध कमाई करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है। अब सेबी ऐसा करने वालों का नाम बताने वालों को 10 करोड़ का इनाम देने की घोषणा की है। यह यह इनामी राश‍ि एक करोड़ रुपए थी। सेबी की ओर से इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर इन्‍वेस्‍टमेंट ट्रस्‍ट और रीयल एस्‍टेट इन्‍वेस्‍टमेंट ट्रस्‍ट के नियमों में संशोधन को मंजूरी दी है।

देखने को मिले हैं कुछ मामले : वास्‍तव में किसी भी कंपनी के टॉप मैनेज्‍मेंट को उस कदम की जानकारी होती है जिससे कंपनी के शेयरों में तेजी या गिरावट लाई जा सकती है। ऐसे में अगर किसी ने अधिकारिक जानकारी सामने आने से पहले ही शेयरों की खरीद-फरोख्त कर मुनाफा बना ले तो यह इनसाइडर ट्रेडिंग कहलाया जाता है। इनसाइडर ट्रेडिंग कंट्रोल करने के लिए कंपनियां अपने इंप्‍लॉइर्अ से पहले ही बांड को भरवा लेती हैं। जिसमें लिखा होता है कि वो कोई भी संवेदनशील जानकारी को बाहर नहीं करेंगे।

सर्विलान्स सिस्टम को भी किया लागू : सेबी की ओर से इनसाइडर ट्रेडिंग की पहचान करने के लिए मार्केट सर्विलान्स सिस्टम भी लागू किया गया है। जोकि अनयूजअल मार्केट पैटर्न पर पैनी नजर रखता है। सेबी इस सिस्टम में लगातार सुधार करता भी आ रहा है। दोषी पाए गए कई कंपनियों को सेबी ने दंडित भी किया है।