क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों ने बिल्कुल भी नहीं सोचा था कि उन्हें फेड के फैसले की वजह से दो दिन करीब 3 लाख रुपए का नुकसान हो जाएगा। जी हां, फेड रिजर्व की ओर से कहा गया है कि 2023 तक वो ब्याज दरों में दो बार इजाफा कर सकता है। जिसकी वजह से बिटक्वाइन में लगातार दूसरे दिन 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है। बिटक्वाइन के दाम 41 हजार डॉलर से 37 हजार डॉलर पर आ गए हैं। यानी दो दिनों में बिटक्वाइन की कीमत में 4000 डॉलर से गिरावट देखने को मिल चुकी है।
फेड के फैसले के बाद सिर्फ बिटक्वाइन में निवेश करने वालों को ही नुकसान नहीं हुआ है। बल्कि दूसरी क्रिप्टोकरेंसीज की भी कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने कहा था कि आने वाले दिनों में टेस्ला में बिटक्वाइन के थ्रू खरीदारी की जा सकती है। जिसके बाद क्रिप्टोकरेंसी में जबरदस्त उछाल देखने को मिला था। जिसकी वजह से बिटक्वाइन के दाम 41 हजार के पार चले गए थे।
बिटक्वाइन की कीमत में गिरावट जारी : मौजूदा समय यानी भारतीय समय के अनुसार 12 बजकर 25 मिनट पर बिटक्वाइन की कीमत में 4.50 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से कीमत 37,476.25 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। जबकि बिटक्वाइन बीते 24 घंटों में बिटक्वाइन 37235.42 डॉलर पर आ गए थे। आपको बता दें कि बिटक्वाइन की कीमत कुछ दिन पहले 41 हजार डॉलर को पार गए थे।
दो 3 लाख रुपए सस्ता हुआ बिटक्वाइन : फेड रिजर्व के फैसले के बाद बिटक्वाइन के दाम करीब 3 लाख रुपए तक सस्ता हो गया है। यानी 4000 हजार डॉलर तक दाम गिर गए हैं। आपको बता दें कि बिटक्वाइन 29.43 फीसदी का रिटर्न दे चुका है। जबकि कुछ महीने पहले बिटक्वाइन के दाम करीब 65 हजार डॉलर के साथ ऑलटाइम पर पहुंच गया था।
बाकी क्रिप्टोकरेंसी के दाम : अगर बात दूसरे क्रिप्टोकरेंसी की बात करें तो इथेरियम की कीमत में 4.62 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से दाम 2333.50 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। जबकि कारडानो की कीमत में 4 फीसदी की गिरावट के साथ 1.48 डॉलर देखने को मिल रही है। वहीं दूसरी ओर डोजेक्वाइन की कीमत 3 फीसदी की गिरावट के साथ 0.302088 डॉलर पर कारोबार कर रहा है।