पतंजलि आयुर्वेद समूह की कंपनी रूचि सोया इंडस्ट्रीज लिमिटेड के निदेशक मंडल में योग गुरू बाबा रामदेव, उनके छोटे भाई राम भारत और सहयोगी आचार्य बालकृष्ण की आधिकारिक तौर पर एंट्री हो गई है।

हाल ही में कंपनी के शेयरधारकों ने इसकी मंजूरी दे दी है। राम भरत को रूचि सोया इंडस्ट्रीज लिमिटेड का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया है। उनका कार्यकाल 19 अगस्त 2020 से शुरू है और वह 17 दिसंबर 2022 तक एमडी बने रहेंगे। वहीं, आचार्य बालकृष्ण को कंपनी का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।

किसको कितनी सैलरीः रूचि सोया की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक राम भरत को सालाना सिर्फ 1 रुपये की सैलरी मिलेगी। कहने का मतलब ये है कि रामदेव के भाई प्रतीकात्मक रूप से ही सैलरी लेंगे और एक तरह से कंपनी की फ्री सेवा करेंगे। इसी तरह आचार्य बालकृष्ण की सैलरी भी प्रतीक के तौर पर सिर्फ 1 रुपये है। इसके अलावा, गिरीश कुमार आहूजा, ज्ञान सुधा मिश्र और तेजेंद्र मोहन भसीन को कंपनी के बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक बनाया गया है।

वित्त वर्ष 2019-20 की एनुअल रिपोर्ट में कंपनी ने बताया है कि रूचि सोया का नेटवर्थ 3,370 करोड़ रुपये है। वहीं, टोटल इनकम 13, 175 करोड़ रुपये का रहा है। आपको बता दें कि साल 2017 में रूचि सोया के दिवा​लिया होने की प्रक्रिया शुरू की गयी थी और इसी के तहत पिछले साल इसे बेचा गया था। रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद ने रूचि सोया को 4350 करोड़ में अधिग्रहण कर लिया था।

छह माह में 50 फीसदी लुढ़का शेयरः अधिग्रहण के बाद रूचि सोया के शेयर में तेजी आई लेकिन बीते छह महीनों में शेयर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। जून के आखिरी हफ्ते में रूचि सोया का शेयर भाव 1500 रुपये से ज्यादा था। वहीं, अब यह लुढ़क कर 600 रुपये के स्तर पर है।