ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी Ola तमिलनाडु में 2,400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई-स्कूटर कारखाना लगाएगी। आज Ola भारत समेत दुनियाभर में नाम कमा रही है। लेकिन इस कंपनी को शुरू करने वाले भाविश अग्रवाल को काफी संघर्ष के दौर से गुजरना पड़ा है।

कुछ नया करने के इरादे से भाविश ने सिर्फ 24 साल की उम्र में माइक्रोसॉफ्ट की नौकरी छोड़ दी थी। इसके बारे में जब भाविश ने अपने परिवार को बताया था, तो किसी ने कोई दिलचस्पी तो नहीं दिखाई लेकिन विरोध भी नहीं किया। ये एक तरह का मौन समर्थन था,​ जिसमें अपने बेटे के लिए चिंताएं थीं। भाविश अग्रवाल को ओला का आइडिया अपने अनुभव से आया।

दरअसल, एक बार उन्हें कैब से कहीं जाना था लेकिन ड्राइवर द्वारा अधिक पैसे मांगने की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसी के बाद भाविश को ओला कैब का आइडिया आया। आज ओला भारत की सबसे चर्चित कैब प्रोवाइडर कंपनी है। ओला भारत के अलावा ब्रिटेन, न्यूजीलैंड समेत कई देशों में कारोबार कर रही है।

अब कंपनी ने तमिलनाडु सरकार के साथ ई स्कूटर कारखाने के लिए करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10,000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी।

ओला ने कहा कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोप, एशिया, लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई-स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।