अडानी ग्रुप तेजी से एक के बाद एक सेक्‍टर में कदम रख रहा है। अब कथित तौर पर अडानी ग्रुप उन पैसेंजर वाहनों के बेड़े में निवेश करने की योजना बना रहा है, उबर जैसी सवारी सुविधा का लाभ उठाना चाहते हैं या फिर उबर सेवा का लाभ उठा रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, जल्‍द ही हवाई अड्डे के बाहर पिकअप के लिए टैक्‍सी कारोबार में अडानी समूह कदम रख सकता है।

देश में सात हवाईअड्डों का संचालन करने वाले उबर और अडानी ग्रुप के बीच इसे लेकर पहले ही चर्चा हो चुकी है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, दोनों कंपनियों ने हाल ही में एक साझेदारी की घोषणा की, जिसके तहत अडानी एयरपोर्ट्स ने अब अपने सात में से पांच हवाई अड्डों पर उबर पिक-अप जोन डेवलप किया है।

सूत्रों में से एक ने ईटी के हवाले से कहा कि अडानी समूह मुंबई, अहमदाबाद, लखनऊ, जयपुर, तिरुवनंतपुरम, गुवाहाटी और मैंगलोर में हवाई अड्डों का संचालन करता है। यह एयरपोर्ट बिजनेस ग्रोथ को सपोर्ट करने वाले एंसिलरी ऑफरिंग बनाने की अडानी ग्रुप की स्ट्रैटेजी का हिस्सा है।”

गौरतलब है कि अपने हवाई अड्डे के कारोबार के अलावा, अहमदाबाद स्थित ग्रुप अन्य कंपनियों में निवेश कर रहा है। कंपनी ने इस महीने की शुरुआत में भारत की सबसे बड़ी स्वतंत्र विमान रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल कंपनी, एयरवर्क्स के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसका प्राइज 400 करोड़ रुपये था।

अडानी ग्रुप ने पिछले साल फ्लेमिंगो ट्रैवल रिटेल और इसकी मुंबई ट्रैवल रिटेल इकाई में 74 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की, जो प्रमुख भारतीय हवाई अड्डों पर शुल्क मुक्त आउटलेट चलाती है। इसके बाद, फ्लिपकार्ट के स्वामित्व वाली एक ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी क्लियरट्रिप का पिछले साल अक्टूबर में अडानी ने अधिग्रहण किया था।

बता दें कि कोविड महामारी के बाद ड्राइवरों की पूरी संख्या में अपने प्लेटफॉर्म पर नहीं लौटने के कारण उबर और ओला को कारोबार में घाटा का सामना करना पड़ा है। ऐसे में उबर और ओला जैसे कंपनियों को इस कदम से मदद मिलेगी।