सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अमेरिका की अपनी एक सप्ताह की यात्रा के दौरान बंदरगाह, पोत निर्माण तथा तटवर्ती आर्थिक क्षेत्रों में निवेश आमंत्रित करेंगे। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘मंत्री(गडकरी) अमेरिका के परिवहन मंत्री एथनी फाक्स से सोमवार (11 जुलाई) को वॉशिंगटन में मिलेंगे। इससे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा क्षेत्र को नई गति मिलने की उम्मीद है। बैठक के दौरान द्विपक्षीय हितों की विभिन्न परियोजनाओं पर चर्चा होगी।’

बयान के मुताबिक मंत्री विशेष रूप से राजमार्ग विभाग में सुधार, सड़क इंजीनियरिंग, सड़क सुरक्षा तथा वाहन क्षेत्र में हरित ईंधन के विकास तथा इलेक्ट्रिक वाहनों के लिये नवीनतम प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में भारत-अमेरिका सहयोग को व्यापक बनाने की संभावनाओं पर गौर करेंगे। अमेरिका में उद्योग, व्यापार एवं समुद्री कारोबार क्षेत्र के प्रमुखों से बातचीत के दौरान वह भारतीय समुद्री क्षेत्र (बंदरगाहर आदि) में निवेश के अवसरों को रेखांकित करेंगे। वह बंदरगाह निर्माण, बंदरगाह आधारित औद्योगीकरण, तटवर्ती आर्थिक क्षेत्रों, जेएनपीटी, मुंबई एवं कांडला जैसे मौजूदा बंदरगाहों में नए टर्मिनल के निर्माण, ड्रेजिंग के रखरखाव, मशीनीकरण आदि के लिए अमेरिकी निवेश आमंत्रित करेंगे।

भारत ने बुनियादी ढांचा क्षेत्र में 50 से 60 अरब डॉलर के विदेशी निवेश का लक्ष्य है। इसके अलावा देश की वृद्धि को गति देने के लिए बंदरगाह आधारित आर्थिक वृद्धि तथा अंतर्देशीय जलमार्ग, जल परिवहन, तटवर्ती एवं क्रूज पोत परिवहन तथा सौर एवं पवन ऊर्जा उत्पादन में 100 अरब डॉलर के निवेश पर जोर है। इस बीच, वाशिंगटन से मिली जानकारी के अनुसार भारत बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण को लेकर नई प्रौद्योगिकी के लिए अमेरिका से सहयोग लेगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इस सिलसिले में अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों से मिलेंगे।

अधिकारियों ने रविवार (10 जुलाई) यहां कहा कि एक सप्ताह की अमेरिका यात्रा के दौरान गडकरी राजमार्ग परियोजनाओं, निर्माण सामग्री, उपकरण, सुरंग निर्माण, स्मार्ट परिवहन प्रणाली (आईटीएस), सड़क सुरक्षा तथा प्रशिक्षण संस्थान के संदर्भ में नई से नई प्रौद्योगिकी के लिए अमेरिका से सहयोग की मांग करेंगे। गडकरी भारत-अमेरिकी चैंबर्स, जेपी मोर्गन, गोल्डमैन साक्श तथा अन्य व्यापार मंचों द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रम में भी भाग लेंगे। ये कार्यक्रम वाशिंगटन, न्यूयार्क तथा सैन फ्रांसिस्को में होंगे। इन कार्यक्रमों में बुनियादी ढांचा से जुड़ी अमेरिकी कंपनियां भाग लेंगी।

बातचीत के दौरान वह अमेरिकी कंपनियों को भारत में विशेषकर राजमार्ग परियोजनाओं, भारतमाला परियोजनाओं, सुरंग परियोजनाओं, स्मार्ट परिवहन प्रणाली में व्यापार के अवसर तलाशने का निमंत्रण देंगे। वह अमेरिकी निवेशकों को बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिए दिये जा रहे राजकोषीय प्रोत्साहन के साथ स्वत: मार्ग से 100 प्रतिशत एफडीआई के बारे में भी जानकारी देंगे।